Move to Jagran APP

उमा भारती ने इलाहाबाद में विसर्जित की बड़े भाई स्वामी प्रसाद की अस्थियां

केंद्रीय मंत्री उमा भारती आज सुबह इलाहाबाद पहुंचीं। सर्किट हाउस जाने के बाद उन्होंने सीधा संगम का रुख किया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 13 Jul 2018 12:34 PM (IST)Updated: Fri, 13 Jul 2018 12:34 PM (IST)
उमा भारती ने इलाहाबाद में विसर्जित की बड़े भाई स्वामी प्रसाद की अस्थियां
उमा भारती ने इलाहाबाद में विसर्जित की बड़े भाई स्वामी प्रसाद की अस्थियां

इलाहाबाद (जेएनएन)। केंद्रीय पेयजल तथा स्वच्छता मंत्री उमा भारती आज संगमनगरी इलाहाबाद में थीं। उमा भारती यहां अपने बड़े भाई तथा पूर्व विधायक स्वामी प्रसाद लोधी की अस्थियां प्रवाहित करने आई थीं।

loksabha election banner

केंद्रीय मंत्री उमा भारती आज सुबह इलाहाबाद पहुंचीं। सर्किट हाउस जाने के बाद उन्होंने सीधा संगम का रुख किया। गंगा, यमुना तथा अदृश्य सरस्वती के संगम में उन्होंने अपने बड़े भाई स्वामी प्रसाद लोधी की आस्थियों को प्रवाहित किया। उनके साथ इलाहाबाद के स्थानीय नेता भी थे। उमा भारती झांसी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद हैं।

उमा भारती के बड़े भाई स्वामी प्रसाद लोधी का निधन नई दिल्ली के एम्स में बीते रविवार को हुआ था। इसके बाद नौ जुलाई को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। वह लंबे समय में बीमार थे। वह एक बार मध्य प्रदेश में विधायक भी रह चुके थे। भाई के निधन की सूचना उमा भारती ने खुद ट्वीट कर दी।

उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह, पार्टी उपाध्यक्ष प्रभात झा के अलावा उत्तरप्रदेश के झांसी जिले से पार्टी के कई आला नेता शामिल हुए। स्वर्गीय लोधी का अंतिम संस्कार जिला मुख्यालय स्थित उनके फॉर्म हाउस पर किया गया। उनके पुत्र नील (12) ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान भारती ने कहा उन्हें राजनीतिक तौर पर स्थापित करने में उनके बड़े भाई की अहम भूमिका और सहयोग रहा। उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाने में भी उनके बड़े भाई का ही योगदान रहा। तब से लेकर आज तक प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने में भाई का बहुत बड़ा सहयोग रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूर्व विधायक स्वामी प्रसाद लोधी कुशल संगठक और पार्टी के दमदार नेता थे। वे राजमाता सिंधिया के समय से लेकर अपने अंतिम समय तक पार्टी को मजबूत बनाने में जुटे रहे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.