Allahabad University : यूजीसी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मांगा प्रवेश परीक्षा का गायब परिणाम
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के शारीरिक शिक्षा विभाग में सत्र 2019-20 में पीएचडी की चार सीटों पर प्रवेश में धांधली के मामले में अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) सख्त हो गया है। यूजीसी ने इविवि प्रशासन से 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के शारीरिक शिक्षा विभाग में सत्र 2019-20 में पीएचडी की चार सीटों पर प्रवेश में धांधली के मामले में अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) सख्त हो गया है। यूजीसी ने इविवि प्रशासन से 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है। वहीं, मामले में गठित कमेटी अब तक परिणाम से जुड़े दस्तावेज जुटाने में नाकामयाब रही है।
शारीरिक शिक्षा विभाग में चार सीटों पर प्रवेश परीक्षा में धांधली का मामला
शारीरिक शिक्षा विभाग में सत्र 2019-20 में पीएचडी की चार सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन मांगे गए थे। 20 मई 2019 को प्रवेश परीक्षा कराई गई। सफल अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए जनवरी में बुलाया गया। पांच के सापेक्ष चार अभ्यर्थी अंतिम रूप से प्रवेश के लिए चयनित किए गए। एक अभ्यर्थी को उसी दिन तत्कालीन विभागाध्यक्ष प्रो. डीसी लाल ने प्रवेश दे दिया। बाकी तीन को कोई जानकारी नहीं दी गई। चयनित अभ्यर्थी मोहम्मद साबिर और वर्षा सिंह ने शिकायत कार्यवाहक कुलपति रहे प्रोफेसर आरआर तिवारी से की। कोई सुनवाई न होने पर साबिर ने 20 बार यूजीसी और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से शिकायत की तो यूजीसी ने इविवि प्रशासन से जवाब मांगा। इस बीच यह पता चला कि परीक्षा परिणाम से जुड़े सभी दस्तावेज ही इविवि से गायब हो गए है।
यूजीसी की सख्ती के बावजूद गठित जांच कमेटी नहीं खोज सकी दस्तावेज
जब यूजीसी सख्त हुआ तो इविवि प्रशासन ने फौरन डीन आटर््स की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी। इसमें रजिस्ट्रार, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट और लीगल सेल के इंचार्ज को शामिल किया गया। हालांकि अब तक यह कमेटी परिणाम से जुड़े कागजों के बारे में कोई दस्तावेज जुटा नहीं सकी है। ऐसे में कमेटी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। वहीं यूजीसी ने फिर से 15 दिन के भीतर पूरे प्रकरण में जवाब तलब किया है।
डीन आर्ट्स प्रो. आरके सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद फिर से नए डीन आर्ट्स प्रो. हेरंब चतुर्वेदी की अध्यक्षता में कमेटी का पुनर्गठन किया गया है। जल्द ही जांच प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उसके उपरांत आगे की कार्रवाई करते हुए यूजीसी को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
-डॉ. जया कपूर, जनसंपर्क अधिकारी, इविवि