प्रयागराज में पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद की करोड़ों रुपये की दो और संपत्तियां कुर्क
प्रयागराज में पूर्व सांसद व माफिया सरगना अतीक अहमद की दो और अचल संपत्तियां गुरुवार शाम कुर्क कर दी गईं। इससे पहले बुधवार को 25 करोड रुपये की पांच संपत्ति कुर्क हुई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद व माफिया सरगना अतीक अहमद की दो और अचल संपत्तियां गुरुवार शाम कुर्क कर दी गईं। अपराध के जरिए अर्जित इन बेनामी संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत कुर्क किया गया है। इनकी कीमत करोड़ों रुपये में आंकी गई है। प्रयागराज-कौशांबी में अतीक की 37 बेनामी संपत्तियां मानी जाती हैं। इन्हें कुर्क करने के लिए पुलिस ने जिलाधिकारी से संस्तुति की थी। डीएम ने 13 अगस्त को दिए गए आदेश में सात संपत्तियां कुर्क कर 28 अगस्त तक आख्या रिपोर्ट मांगी थी।
खुल्दाबाद पुलिस ने गुरुवार शाम कर्बला स्थित दफ्तर एवं चकिया स्थित मकान को कुर्क करने की कार्रवाई की। इससे पहले बुधवार को सिविल लाइंस में एमजी मार्ग, धूमनगंज में कालिंदीपुरम तथा ओमप्रकाश सभासद नगर और खुल्दाबाद स्थित चकिया स्थित पांच संपत्तियों (मकान) को कुर्क किया गया था। पुलिस ने इसकी कीमत 25 करोड़ रुपये अनुमानित की है। चकिया निवासी अतीक अहमद पुलिस के रिकार्ड में इंटर स्टेट गैंग (आइएस 227) के सरगना के रूप में चिह्नित है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश में प्रयागराज समेत कई जिलों के अलावा बिहार में कुल 96 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। कुछ में वह बरी हो चुका है।
बसपा शासनकाल में भी अतीक की संपत्तियां हुई थीं कुर्क
अतीक के खिलाफ बसपा शासन काल में भी पुलिस ने शिकंजा कसा था। वर्ष 2002 से 2004 तक उसकी बेनामी संपत्तियां कुर्क हुईं थीं। योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद अगस्त 2018 में करेली में सरकारी जमीन कब्जा कर विकसित की जा रही अलीना सिटी, अहमद सिटी जैसी कॉलोनियों पर बुलडोजर चलवाया गया था। देवरिया जेल में प्रॉपटी डीलर जैद खालिद की पिटाई मामले में केस दर्ज होने के बाद पुलिस अतीक और उसके करीबियों पर लगातार शिकंजा कस रही है। अतीक के असलहों का लाइसेंस निरस्त कराने के बाद उसे जब्त कर जमा करा लिया गया है। प्रयागराज-कौशांबी में अतीक की 37 बेनामी संपत्तियां मानी जाती हैं। इन्हें कुर्क करने के लिए पुलिस ने जिलाधिकारी से संस्तुति की थी। डीएम ने 13 अगस्त को दिए गए आदेश में सात संपत्तियां कुर्क कर 28 अगस्त तक आख्या रिपोर्ट मांगी थी।