प्रिंस की फरारी में दो और जेल वार्डर निलंबित
नैनी सेंट्रल जेल से आगरा का कैदी प्रिंस अग्रवाल फरार हो गया था। इस मामले में डीआइजी जेल ने दो और जेल वार्डन को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है।
प्रयागराज : नैनी सेंट्रल जेल से फरार हुए आगरा के कैदी प्रिंस अग्रवाल के मामले में लापरवाही बरतने वाले दो और जेल वार्डरों को डीआइजी जेल वीआर वर्मा ने निलंबित कर दिया। सीसीटीवी रिकार्डिंग से जांच में साफ हुआ कि प्रिंस मुलाकातियों के बीच मुख्य गेट से ही दोपहर एक बजकर 51 मिनट पर निकला था। गेट पर जेल की मुहर चेक करने की जिम्मेदारी वार्डर श्रीबाबू और लक्ष्मी सुमन की थी। दोनों ने ही बिना हाथ की मुहर देखे प्रिंस को जाने दिया। सीसीटीवी में प्रिंस से मिलने जेल पहुंचा गौरव भी उसके आगे आगे निकलते दिख रहा है।
ताजगंज आगरा का रहने वाला कैदी प्रिंस अग्रवाल रविवार को मुलाकातियों के बीच से नैनी सेंट्रल जेल से फरार हो गया था। उससे मिलने पत्नी सिमरन, सास किरन कौर और रिश्तेदार जेल पहुंचे थे। इसी बीच प्रिंस भीड़ के बीच जेल से फरार हो गया था। मामले में डीआइजी जेल वीआर वर्मा ने जेल के हेड वार्डर गुरु प्रसाद तिवारी, वार्डरअवधेश प्रसाद और हरिओम सिंह को निलंबित किया था। डीआइजी जेल ने वहां के सीसीटीवी खंगाले, हर पहलू पर जांच की तो साफ हुआ कि प्रिंस गेट से निकला। वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने मुहर तक नहीं चेक की। ऐसे में दो और वार्डर को निलंबित किया गया।
उधर, प्रिंस की तलाश में उत्तराखंड के उधमसिंह नगर पहुंची पुलिस टीमों को कोई सुराग नहीं मिल सका। नैनी थाने की पुलिस ने उधमसिंह नगर में रहने वाली प्रिंस मां, पत्नी मिलीं। दोनों से पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि प्रिंस मामा के साथ भागा हुआ है। उससे मिलने पहुंचा गौरव भी लापता है। ऐसे में पुलिस मान रही है कि प्रिंस गौरव के साथ फरारी काट रहा है।
डीआइजी वीआर वर्मा का कहना है कि उनकी एसपी यमुनापार से बात हुई है। अब एक टीम प्रिंस की तलाश में दूसरे जिले भेजने की तैयारी है।