Crime news Prayagraj : रेलवे भर्ती परीक्षा में पकड़े गए दो फर्जी अभ्यर्थी
लिखित परीक्षा करीब डेढ़ साल पहले हो चुकी है। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अब नियुक्ति दी जा रही है। 25 नवंबर को छह अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्रों की जांच के लिए बुलाया गया। इसमें दो ही अभ्यर्थी उपस्थित हुए।
प्रयागराज, जेएनएन। रेलवे में ग्रुप 'डी की दिव्यांग कोटे से हो रही भर्ती में फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने की फिराक में लगेे दो युवकों को पकड़ा गया है। लिखित परीक्षा में इन दोनों ने अपनी जगह सॉल्वर को बैठाया था। अब नियुक्ति प्रक्रिया में इनकी बायोमेट्रिक जांच हुई तो पकड़े गए। आरआरसी चेयरमैन ने इनको डिबार कर दिया है।
बायोमेट्रिक जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया
ग्रुप 'डी के पदों के लिए रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ (आरआरसी) दिव्यांग कोटे से भर्ती कर रहा है। इसकी लिखित परीक्षा करीब डेढ़ साल पहले हो चुकी है। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अब नियुक्ति दी जा रही है। 25 नवंबर को छह अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्रों की जांच के लिए बुलाया गया। इसमें दो ही अभ्यर्थी उपस्थित हुए। दोनों अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच के बाद उनकी बायोमेट्रिक जांच की गई तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। इसमें एक के अंगूठे के निशान का मिलान नहीं हो रहा था। सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने गलती स्वीकार कर ली और बताया कि पैसा देकर परीक्षा में अपनी जगह दूसरे को बैठाया था। दूसरा अभ्यर्थी आंखों से दिव्यांग था, उसे परीक्षा में अपने भाई को बैठाना था लेकिन उसने किसी दूसरे व्यक्ति को बैठाया था। उसने भी परीक्षा केंद्र में सेटिंग करके ऐसा किया। फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर आरआरसी चेयरमैन अतुल मिश्रा ने दोनों को डिबार कर दिया है।
सेंटर भी किए जाएंगे डिबार
आरआरसी चेयरमैन ने बताया कि अगर परीक्षा के दौरान गड़बड़ी न होती तो यह दोनों अभ्यर्थी अपनी जगह दूसरे को न बैठा पाते। इन दोनों ने किन सेंटरों पर परीक्षा दी थी, उसका पता लगाकर अब डिबार किया जाएगा। बताया कि इनकी लिखित परीक्षा रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने कराई थी इसलिए उन सेंटरों को अब डिबार करने के लिए आरआरबी को पत्र लिखा है।