ट्रेड यूनियनों की हड़ताल : कर्मियों ने दिखाई एकजुटता, बैंकों में तालाबंदी से आमजनों की दिक्कत Prayagraj News
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रयागराज प्रतापग़ व कौशांबी में भी कर्मचारी संगठनों ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। वहीं बैंकों में तालाबंदी होने से आम नागरिकों को परेशानी हुई।
प्रयागराज, जेएनएन। केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों से नाराज कर्मचारी संगठन आज यानी बुधवार को हड़ताल पर हैं। हड़ताल से कई कार्यालय और निजी क्षेत्र के उपक्रम प्रभावित हैं। प्रयागराज समेत पड़ोसी जनपदों प्रतापगढ़ और कौशांबी में सभाएं और जुलूस के माध्यम से कर्मचारी संगठनों ने एकजुटता दिखाई। सर्वाधिक दिक्कत बैंकों में तालाबंदी से हुई। इससे लेनदेन पूरी तरह ठप रहा, जो आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया।
पीडी पार्क से निकाली रैली
केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, राज्य और केंद्र सरकार के स्वतंत्र फेडरेशनों, बैंक और बीमा की यूनियनों, किसानों और खेतिहर मजदूरों के संगठन, छात्रों के संगठन आदि ने आठ जनवरी यानी आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था। इसी के तहत बुधवार को ये कर्मचारी संगठनों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। संयोजक अविनाश कुमार मिश्र की मौजूदगी में पीडी टंडन पार्क से रैली निकाली गई। रैली एजी आफिस तक गई। वहां हुई सभा में कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी एकजुटता का प्रदर्शन कर रहे हैं।
इन संगठनों के कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं
आल इंडिया वर्कर्स काउंसिल के प्रदेश महासचिव डॉ. राधेश्याम यादव, राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलामंत्री घनश्याम पांडेय, लोनिवि श्रमिक संघ के अध्यक्ष हरिशंकर ओझा, खदान मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रभावती कोल, असंगठित कामगार यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार भारतीय ने कहा कि 21 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) सहित 11 ट्रेन यूनियन के नेताओं ने बैठक कर हड़ताल की रणनीति बनाई थी। अध्यक्षता रामफेर तिवारी ने की। एटक के महामंत्री राम सागर ने कहा कि हड़ताल में 35 करोड़ से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं। राज्य कर्मचारी महासंघ ने बंद के समर्थन को लेकर लोनिवि के गेट पर बैठक की। बैठक के बाद हड़ताल को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर विजयेंद्र प्रताप सिंह, कड़ेदीन यादव, जमाल कमर आदि थे। भारत बंद के समर्थन में डाक कर्मी भी हड़ताल पर हैं।
रेलवे यूनियन शामिल नहीं है लेकिन हड़ताल को है समर्थन
राष्ट्रीय हड़ताल में रेलवे यूनियन शामिल नहीं है लेकिन हड़ताल को उनका समर्थन है। नार्थ सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री आरपी सिंह का कहना है कि यूनियन के पदाधिकारी डीआरएम कार्यालय, एनसीआर मुख्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं। सिविल लाइंस में रैली निकाली गई। यूनियन नौ और 10 जनवरी को भी इलाहाबाद, आगरा एवं झांसी मंडल और एनसीआर मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी। नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन ने दो जनवरी से लेकर सात जनवरी तक कर्मचारियों की मांगों को लेकर विरोध दिवस मना रही है। नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने भी राष्ट्रीय हड़ताल को लेकर बैठक की। हड़ताल को समर्थन देेने की चर्चा हुई। उधर, इलाहाबाद नगर निगम सफाई मजदूर यूनियन राष्ट्रीय हड़ताल के समर्थन में रही।
बैंकों में हड़ताल से नहीं खुले ताले
सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ स्टेट बैंक छोड़कर अन्य सभी बैंकों में बुधवार को हड़ताल पर हैं। इससे बैंकों के ताले नहीं खुले। हालांकि धारा 144 के कारण बैंककर्मी सामूहिक प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, बल्कि सभी बैंकों के अधिकारी और कर्मचारी अपने बैंकों में आवाज बुलंद कर रहे हैं। ट्रेड यूनियनों के समर्थन और चार सूत्रीय मांगों को लेकर बैंकों की पांच यूनियनों ने हड़ताल पर है। कथित बैंकिंग सुधारों एवं बैंकों के अवांछित विलय के विरोध, कारपोरेट घरानों की ऋणों की वसूली के लिए कठोर उपाय करने, वेतन पुनरीक्षण का निस्तारण शीघ्र करने, बैंकों में पर्याप्त भर्ती करने की बैंक यूनियनों की मांग है। यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के इलाहाबाद इकाई के अध्यक्ष मदनजी उपाध्याय ने बताया कर्मचारी अपने बैंकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
हड़ताल में ट्रांसपोर्टर नहीं हैं शामिल
इस हड़ताल में ट्रांसपोर्ट यूनियन शामिल नहीं हैं। इससे सब्जियों, खाद्य सामग्रियों समेत अन्य सामानों के आवागमन पर असर नहीं नजर आ रहा है। इलाहाबाद गुड्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुशवाहा ने बताया कि ट्रेड यूनियनों ने न तो संपर्क किया और न ही वह हड़ताल में शामिल हैं। वहीं, मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि ट्रांसपोर्ट बंद नहीं है, इसलिए किसान अपना माल खराब नहीं कराएगा। सब्जियों, फलों पर हड़ताल का असर नहीं है।