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Top Prayagraj News of the day, 07 August 2020 : प्रतापगढ़ में पुलिस टीम पर हमला करने के दो आरोपित गिरफ्तार, रायफल व बंदूक बरामद

पुलिस टीम पर हमला करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। रवींद्रनाथ टैगोर का प्रयागराज आत्मीय नाता रहा।स्वदेशी की पहचान थी प्रयागराज की धोती।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 07:29 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 07:29 PM (IST)
Top Prayagraj News of the day, 07 August 2020 : प्रतापगढ़ में पुलिस टीम पर हमला करने के दो आरोपित गिरफ्तार, रायफल व बंदूक बरामद
Top Prayagraj News of the day, 07 August 2020 : प्रतापगढ़ में पुलिस टीम पर हमला करने के दो आरोपित गिरफ्तार, रायफल व बंदूक बरामद

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ की पुलिस को कामयाबी हाथ लगी। गुरुवार को पुलिस टीम पर हमला करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पकड़ में आने से पहले बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। वहीं, गुलामी के दौरान सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) से आत्मीय नाता रहा। लगभग छह प्रवास हुए थे उनके इस शहर में। जबकि, किसी दौर में प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) के मऊआइमा के हथकरघा उद्योग की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर थी। यहां बनने वाली धोती स्वतंत्रता आंदोलन में स्वदेशी की पहचान थी।

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प्रतापगढ़ में पुलिस टीम पर हमला करने के दो आरोपित गिरफ्तार, रायफल व बंदूक बरामद

 प्रतापगढ़ की पुलिस को कामयाबी हाथ लगी। गुरुवार को पुलिस टीम पर हमला करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पकड़ में आने से पहले बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। हालांकि पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की और दोनों को पकड़ लिया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। प्रतापगढ़ जिले में पट्टी कोतवाली क्षेत्र के मुजाही बाजार में चार दिन पहले दुकान पर पोस्टर लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। इसमें ठाकुर और यादव बिरादरी के लोगों में मारपीट हुई थी। इस बीच गुरुवार को मुजाही बाजार के दुकानदार रौनक सिंह के मकान पर टॉप टेन के अपराधी सभापति यादव सहित दो दर्जन लोगों ने धावा बोल दिया। हवाई फायरिंग करते हुए घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की गई।

Rabindranath Tagore Death Anniversary: प्रयागराज में भी समृद्ध हुआ गुरुदेव का रचना संसार

शरद द्विवेदी, प्रयागराज। गुलामी के दौरान सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) से आत्मीय नाता रहा। लगभग छह प्रवास हुए थे उनके इस शहर में। वह यहां अपनी रचनाओं के लिए ‘शब्द’ पाते थे। 1900 में पहली बार आए थे और तब ‘शाहजहां’ शीर्षक वाली कविता लिखी थी। 1914 में यहीं ‘गीताली’ नामक पुस्तक लिखी, यह उनका आखिरी प्रवास था। नोबेल सम्मान पाने वाली गुरुदेव की कालजयी कृति गीतांजलि शहर के इंडियन प्रेस में मुद्रित हुई थी।

Independence Movement : स्वदेशी की पहचान थी प्रयागराज की धोती, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को भेंट दी थी

किसी दौर में प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) के मऊआइमा के हथकरघा उद्योग की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर थी। यहां बनने वाली धोती स्वतंत्रता आंदोलन में स्वदेशी की पहचान थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी यहां तैयार की गई साड़ी उपहार स्वरूप भेंट की गई थी। अब उन हथकरघों की खटर पटर बंद है। फिलहाल पावरलूम ही चलते हैैं। बुजुर्ग बुनकरों के पास यादों की पोटली भर है। राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस की पूर्व संध्या पर पुरानी यादों को टटोलने पर तमाम बातें उभर कर सामने आईं। स्वदेशी आंदोलन से पहले और बाद में मऊआइमा में बुनकरों के हाथ बनी धोती और साडिय़ों की सप्लाई पूरे देश में होती थी।


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