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Top Prayagraj News of the day, 03 August 2020 : भाई को राखी बांधने जा रही बहन की सड़क हादसे में मौत

भाई को राखी बांधने जा रही बहन की हादसे में मौत। सरस्वती पत्रिका से दद्दा को मिला साहित्यिक शिखर मैथली शरण गुप्‍त। रक्षा बंधन का पर्व बहनों ने भाई राख बांधकर उल्‍लास से मनाया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 06:10 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:10 PM (IST)
Top Prayagraj News of the day, 03 August 2020 : भाई को राखी बांधने जा रही बहन की सड़क हादसे में मौत
Top Prayagraj News of the day, 03 August 2020 : भाई को राखी बांधने जा रही बहन की सड़क हादसे में मौत

प्रयागराज, जेएनएन। जिले के सोरांव थाना क्षेत्र में प्रयागराज- लखनऊ राजमार्ग पर मलाक हरहर चेक पोस्ट के पास प्रयागराज की ओर से जा रही तेज रफ्तार बेकाबू बस ने बाइक में टक्‍कर मार दिया। हादसे में भाई को राखी बांधने जा रही युवती की मौत हो गई। वहीं, हम बात कर रहे हैं संगम नगरी से प्रकाशित होने वाली 'सरस्वती' पत्रिका की। इसी पत्रिका ने समकालीन रचनाकारों के बीच दद्दा के नाम से मशहूर मैथिलीशरण गुप्त को साहित्य के शिखर पर पहुंचाया। जबकि, भाई-बहन के स्नेह व आत्मीयता का प्रतीक रक्षाबंधन आज यानी तीन अगस्‍त सोमवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज सावन का अंतिम दिन व सोमवार होने से इसका महत्व और बढ़ गया है।

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भाई को राखी बांधने जा रही बहन की सड़क हादसे में मौत

जिले के सोरांव थाना क्षेत्र में प्रयागराज- लखनऊ राजमार्ग पर मलाक हरहर चेक पोस्ट के पास प्रयागराज की ओर से जा रही तेज रफ्तार बेकाबू बस ने बाइक में टक्‍कर मार दिया। टक्‍कर में बाइक सवार लोग छिटककर सडक पर गिर गए। हादसे में भाई को राखी बांधने जा रही युवती की मौत हो गई। जबकि पति और दो साल का बेटा जख्‍मी है। दसे में बाइक पर बैठी पुष्पांजलि यादव (26) पत्नी पवन यादव निवासी नींवा थाना धूमनगंज की मौके पर मौत हो गई। हादसे में पति पवन यादव और उसका 2 वर्ष का पुत्र  गोलू भी जख्‍मी हो गए।

Birthday Anniversary of Maithili Sharan Gupt : सरस्वती पत्रिका से 'दद्दा' को मिला साहित्यिक शिखर

कहते हैं कि त्रिवेणी के जल में डुबकी लगाने से इंसान को जीते जी मोक्ष की प्राप्ति होती है, लेकिन तीर्थराज में अदृश्य के बजाय कभी साक्षात 'सरस्वती' की धारा बहती थी। इसमें गोता लगाने वाले रचनाकारों को अपरोक्ष रूप से अमरत्व की प्राप्ति हो गई। हम बात कर रहे हैं संगम नगरी से प्रकाशित होने वाली 'सरस्वती' पत्रिका की। इसी पत्रिका ने समकालीन रचनाकारों के बीच दद्दा के नाम से मशहूर मैथिलीशरण गुप्त को साहित्य के शिखर पर पहुंचाया। एक तरह से प्रयागराज व सरस्वती पत्रिका मैथिलीशरण के लिए साहित्यक ऊर्जा का केंद्र थे।झांसी में तीन अगस्त 1886 को रामचरण कनकने व काशी बाई के घर जन्मे मैथिलीशरण गुप्त का अक्सर प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) आना होता था।

Raksha Bandhan 2020 : सुबह नौ बजे के बाद राखी बांधने का शुभ मुहूर्त, बहनों में उत्‍साह

भाई-बहन के स्नेह व आत्मीयता का प्रतीक रक्षाबंधन आज यानी तीन अगस्‍त सोमवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज सावन का अंतिम दिन व सोमवार होने से इसका महत्व और बढ़ गया है। सुबह भद्रा की काली छाया रही। साथ ही राहु का योग भी रहा है। धर्माचार्य के अनुसार भद्राकाल में राखी नहीं बांधनी चाहिए, क्योंकि उसका गलत प्रभाव सामने आता है। सुबह नौ बजे बाद से राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। भाई और बहन के स्‍नेह का प्रतीक इस पर्व को लेकर सभी में उत्‍साह है। लोग सुबह से ही इसकी तैयारी में जुट गए। ज्योतिर्विद आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार तीन अगस्त की सुबह 08:28 बजे तक भद्राकाल है। सुबह 07:30 से नौ बजे तक तक राहुकाल रहेगा। ऐसी स्थिति में सुबह नौ बजे के बाद राखी बांधने का उत्तम योग है।


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