Top Prayagraj News of the day, 24 March 2020 : मंसूर अली पार्क में फिर पहुंचे सीएए विरोधी, पुलिस ने भगाया
मंसूर अली पार्क में फिर सीएए विरोधी पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें भगा दिया। दूल्हे समेत पांच लोगों को बरात ले जाना पड़ा। लॉक डाउन में बेवजह बाहर निकले लोगों पर पुलिस सख्त दिखी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रशासन की सख्ती के बाद सोमवार को सीएए के विरोध में धरना स्थगित हो गया था। मंगलवार को फिर लोग मंसूर अली पार्क पहुंचे लेकिन पुलिस ने खदेड़ दिया। पार्क का सैनेटाइजेशन भी कराया गया। वहीं कौशांबी के चरवा में कोरोना वायरस के कारण एसडीएम ने दूल्हे समेत पांच लोगों को ही बरात ले जाने की अनुमति दी। इसी क्रम में लॉक डाउन के दूसरे दिन मंगलवार को पुलिस के सख्त तेवर रहे। बेवजह सड़क पर निकले लोगों के साथ सख्ती की गई।
मंसूर अली पार्क में फिर पहुंचे सीएए विरोधी, पुलिस ने भगाया
रोशन बाग स्थित मंसूर अली पार्क में लॉक आउट के दौरान मंगलवार की दोपहर में एक बार फिर सीएए विरोधी लोग जुटने लगे। हालांकि सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें वहां से भगा दिया। साथ पुलिस ने पार्क में सैनिटाइजेशन करवाया। आस पास पुलिस भी तैनात कर दी गई है। अभी मशक्कत के बाद सोमवार की शाम को पुलिस के सख्त तेवर को देखते हुए सीएए विरोधियों ने धरना स्थगित कर दिया था।
न बाजा, न भीड़, दुल्हन लेने मॉस्क लगाकर गए दूल्हा सहित पांच बराती
कौशांबी में चरवा कोतवाली के भीटी के मजरा इकबाल नगर मजरा निवासी जमाल अहमद के पुत्र सलमान अहमद की शादी कोखराज के बरीपुर सुहेला गांव में तय हुई। सोमवार को घर पर बरात की तैयारी जोरों पर थी। बरात में शामिल होने के लिए रिश्तेदार भी पहुंचने लगे थे। हालांकि शादी की खुशी में वह यह भूल गए कि धारा 144 लागू है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉक आउट है। ऐसे में बरात में एक साथ इतने लोग वह कैसे ले जाएंगे। और तो और बरात के लिए स्थानीय प्रशासन से परमीशन भी लेना होगा। इन सब बातों से बेफिक्र बरात ले जाने की तैयारी थी। डीजे की धुन भी बज रही थी। बात एसडीएम तक पहुंची तो उन्होंने दूल्हा समेत पांच लोगों को सादगी से बरात ले जाने की अनुमति दी।
बहुत जरूरी हो तो ही घरों से बाहर न निकलें, पुलिस के आज सख्त हैं तेवर
लॉक डाउन को अभी तक अनेकों लोग हल्के में ले रहे थे। बेवजह वह घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर तफरी ले रहे थे। यह सब नजारा सोमवार तक शहर की सड़कों पर नजर आया। इससे लॉक डाउन का शायद लोग मतलब ही नहीं समझ रहे थे। जिस महामारी बन चुके कोरोना वायरस के प्रभाव को समाप्त करने के लिए इसे शासन ने लागू किया था, वही मकसद ही पूरा नहीं हो रहा था। हालांकि इसे लेकर अब जिला प्रशासन सख्त हो चुका है। इसका असर मंगलवार को शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक नजर आया।