Top Prayagraj News of the day, 03 january 2019 : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हांगलू का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर किया Prayagraj News
इविवि के कुलपति का इस्तीफा मंजूर हो गया। एक दिन की राहत के बाद ठंड शुक्रवार को अपने तेवर में आ गई। चाय पर चर्चा के साथ मानसिक रोगों के प्रति लोगों को जागरुक किया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के इस्तीफे को शुक्रवार को राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी। इसकी पुष्टि राष्ट्रपति भवन से कर दी गई है। वहीं रात में बारिश हुई और शुक्रवार की सुबह से तो आसमान पर छाए बादलों ने सूर्य की किरणों को धरती तक नहीं आने दिया। इससे गलन भरी ठंड एक बार फिर बढ़ गई है। गुरुवार को सुबह से ही खिलकर धूप निकली थी। जबकि, मानसिक बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए चाय का सहारा लिया गया है। मनोचिकित्सक आमजन के बीच 'चाय पे चर्चा करेंगे और इसमें लोगों को मानसिक बीमारियों के कारण, लक्षण व इलाज के प्रति समझाने का प्रयास करेंगे।
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हांगलू का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर किया
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के इस्तीफे को शुक्रवार को राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी। इसकी पुष्टि राष्ट्रपति भवन से कर दी गई है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को उन्होंने एक जनवरी को इस्तीफा भेजा था। उसे स्वीकार करते हुए मंत्रालय ने राष्ट्रपति भवन को फाइल भेज दी। दरअसल, प्रोफेसर हांगलू के चार साल का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हुआ। उन्होंने अचानक एक जनवरी की देर शाम मंत्रालय को इस्तीफा भेजा, जिसे मंत्रालय ने फौरन मंजूर भी कर लिया। इसके बाद फाइल राष्ट्रपति भवन भेज दी गई। कुलपति प्रो. हांगलू पर वित्तीय अनियमितता के अलावा महिला उत्पीडऩ का भी आरोप लगा था। दो जनवरी को इस्तीफे की जानकारी पर छात्रों ने इविवि परिसर में अबीर-गुलाल उड़ाकर जश्न मनाया। जबकि, महाविद्यालयों के शिक्षकों ने विरोध दर्ज कराते हुए राष्ट्रपति से इस्तीफा नामंजूर करने की मांग की। इसी बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कुलपति प्रो. आरएल हांगलू के इस्तीफे को मंूजर कर लिया। इसकी पुष्टि भी राष्ट्रपति भवन से कर दी गई है।
आसमान में सुबह कोहरा तो दोपहर में छाए बादलों ने की फुहार, बढ़ी गलन
आखिर इन दिनों मौसम को क्या हो गया है, यह लोगों की समझ से परे है। कई दिनों से ठिठुरते लोगों को मौसम ने अचानक करवट बदलकर गुरुवार को राहत पहुंचाई। सुबह से शाम तक लोगों ने खिली धूप का आनंद लिया। वहीं रात में बारिश हुई और शुक्रवार की सुबह से तो आसमान पर छाए बादलों ने सूर्य की किरणों को धरती तक नहीं आने दिया। इससे गलन भरी ठंड एक बार फिर बढ़ गई है। गुरुवार को सुबह से ही खिलकर धूप निकली थी। मौसम में इस बदलाव से न्यूनतम तापमान भी कुछ ही घंटों में पांच डिग्री उछलकर 10.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जबकि अधिकतम तापमान भी बुधवार की अपेक्षा चढ़कर 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा। पूरे दिन राहत महसूस कर रहे लोगों को मौसम ने रात में फिर झटका दिया। जगह-जगह बूंदाबादी हुई। बाहरी क्षेत्रों में रिमझिम बारिश होने से सर्दी फिर बढ़ गई। मौसम विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि रविवार तक बूंदाबादी की संभावना है। शुक्रवार की सुबह से अभी तक सूर्यदेव के दर्शन लोगों को नसीब नहीं हुआ। आसमान में घने बादल छाए हैं, बारिश होने की संभावना नजर भी आ रही है। वहीं कड़ाके की ठंड एक बार फिर लौट आई है।
अब चाय की चुस्की संग मानसिक बीमारियों पर होगी चर्चा
मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूकता कम होने से अधिकांश लोग इलाज नहीं कराते और कभी-कभी यही बीमारी घातक हो जाती है। ऐसे में मानसिक बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए चाय का सहारा लिया गया है। मनोचिकित्सक आमजन के बीच 'चाय पे चर्चा करेंगे और इसमें लोगों को मानसिक बीमारियों के कारण, लक्षण व इलाज के प्रति समझाने का प्रयास करेंगे।आज स्थिति यह है कि हर कोई किसी न कारण से तनाव में है। यही तनाव ही गंभीर मानसिक बीमारियों का कारण भी है। मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल (काल्विन) के मनोचिकित्सक डॉ. राकेश पासवान व डॉ. ईशान्या के नेतृत्व में अब जगह जगह कैंप आयोजित होंगे और लोगों को जागरूक किए जाएंगे। डॉ. पासवान ने बताया कि 21 जनवरी को एजी ऑफिस व 28 जनवरी को पुलिस हेड क्वार्टर में 'चाय पे चर्चा का कार्यक्रम रखा गया है।