Top Prayagraj News of the day, 25 September 2019 : ट्रक से कुचलकर दो मजदूरों की मौत व तीन घायल, रास्ताजाम
ट्रक की टक्कर से दो मजदूरों की मौत व तीन जख्मी हुए रास्ताजाम किया। नैनी जेल में कैदी की फांसी के फंदे से लटकी लाश मिली। वहीं बाढ़ का पानी कम होने से घरों में गंदगी फैली है।
प्रयागराज, जेएनएन। कौशांबी के मूरतगंज में ट्रक की टक्कर से दो मजदूरों की मौत हो गई वहीं तीन जख्मी हैं। लोगों ने रास्ताजाम किया। वहीं नैनी सेंट्रल जेल के हाई सिक्यूरिटी बैरक में आगरा के रहने वाले कैदी प्रिंस की संदिग्ध हाल में फांसी के फंदे से लटकती लाश मिली। इसी क्रम में गंगा और यमुना का पानी घरों से वापस लौट रहा है, अब वहां गंदगी का आलम है। संक्रामक बीमारी भी फैलने की संभावना है।
मूरतगंज बाजार में ट्रक से कुचलकर दो मजदूरों की मौत व तीन घायल, रास्ताजाम
कौशांबी जनपद में कोखराज थाना क्षेत्र के मूरतगंज बाजार स्थित जीटी रोड के किनारे ट्रक ने कई मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि तीन जख्मी हैं। मृतकों मेें 45 वर्षीय दिलीप कुमार पुत्र स्व. श्यामलाल व 43 वर्षीय मुन्ना पुत्र बिरजू निवासी भीखमपुर कोखराज हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने चालक की पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह उसकी जान बचाई। वहीं लोगों ने शव रखकर जीटी रोड जाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे सीओ सिराथू रामवीर सिंह व चायल विधायक संजय गुप्ता ने लोगों को समझाया। करीब दो घंटे बाद जाम खत्म हुआ। मृतकों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
नैनी सेंट्रल जेल के हाई सिक्यूरिटी बैरक में कैदी की झूलती मिली लाश
नैनी केंद्रीय कारागार में एक कैदी की लाश हाई सिक्योरिटी बैरक में फांसी के फंदे पर झूलती लाश मिली। लोवर के नारे से रोशनदान से उसका शव लटका मिला। मंगलवार की रात करीब तीन बजे जानकारी होने पर जेल में हड़कंप मच गया। प्रिंस अग्रवाल उर्फ समर ज्ञानी राहुल 23 पुत्र अनिल अग्रवाल आगरा में ताजगंज थाने के ताजनगरी मोहल्ले का निवासी था। प्रिंस दर्जन भर मुकदमाें में वांछित था। साथ ही जीआरपी के केस में भी सजा काट चुका है। इसी क्रम में आइपीसी की धारा 224 के अंतर्गत प्रिंस अग्रवाल नैनी थाने में पकड़ा गया था और नैनी केंद्रीय कारागार में सजा काट रहा था।
बाढ़ का पानी कम होने से घरों में लौटने लगे लोग, दिक्कत
गंगा और यमुना का पानी कम होने पर बाढ़ पीड़ित अब अपने घरों में लौटने लगे हैं। नेवादा कछार, राजापुर, गंगानगर, ओमनगर, बेली कछार, सलोरी, बघाड़ा, गौस नगर, गड्ढा कालोनी के हजारों लोगों ने अपने घरों का ताला खोला। छोटा बघाड़ा के वीरेंद्र यादव 12 दिन बाद घर लौटे। बाढ़ के कारण उनका घर पूरी तरह से डूब गया था। झूंसी स्थित अपनी ससुराल में वह परिवार के साथ रह रहे थे। उन्होंने घर का ताला खोला तो अंदर का दृश्य देख उनकी भी आंखे छलछला आईं।