आज दीपों से जगमगाएंगे घाट और पूजे जाएंगे भगवान विष्णु
बलुआघाट की बारादरी की सीढि़यों को दीपों से सजाया जाएगा, साथ ही 31000 दीपों को यमुना में प्रवाहित करके सामूहिक आरती उतारी जाएगी।
प्रयागराज : कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली श्रद्धा से मनाई जाएगी। शुक्रवार की भोर से संगम, गंगा व यमुना घाटों पर स्नानार्थियों का जमघट लगने लगेगा। स्नान के बाद लोग यथासंभव दान-पुण्य करेंगे। सूर्यास्त के बाद गंगा व यमुनाघाटों में दीपदान का सिलसिला आरंभ होगा। घरों व मंदिरों में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी का पूजन कर कल्याण की कामना की जाएगी। ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि भगवान विष्णु के जाग्रत होने के बाद कार्तिक मास की पूर्णिमा पड़ती है। भगवान विष्णु के जाग्रत होने पर देवता खुशी मनाते हैं। यही कारण है कि इसे देव दीपावली कहा जाता है।
बताया कि गुरुवार की दोपहर 12.36 बजे पूर्णिमा तिथि लग जाएगी, जो शुक्रवार को दिन 11.46 बजे तक रहेगी। इससे शुक्रवार की शाम देव दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। शाम को गोधुलि बेला में भगवान विष्णु के पूजन का विशेष महत्व है। विष्णु व माता लक्ष्मी को पुष्प, फल, मिष्ठान व नैवेद्य अर्पित कर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से हर विघ्न से मुक्ति मिलती है। 31 हजार दीपों का होगा दान :
कार्तिक महोत्सव आयोजन समिति के महामंत्री शशांक शेखर पांडेय बताते हैं कि बलुआघाट की बारादरी की सीढि़यों को दीपों से सजाया जाएगा, साथ ही 31000 दीपों को यमुना में प्रवाहित करके सामूहिक आरती उतारी जाएगी। जलाए जाएंगे सवा लाख दीप :
हरिहर गंगा आरती समिति का 16वां देव दीपावली महोत्सव रामघाट पर सामूहिक 51 हजार दीपदान कराया जाएगा। जनकल्याण की संकल्पना को साकार करने के लिए सामूहिक आरती उतारी जाएगी। इसके अलावा काली घाट, दुर्गा मंदिर, दशाश्वमेध घाट, फाफामऊ एवं रसूलाबाद घाट पर समिति की ओर से 80 हजार दीपदान कराया जाएगा। समिति के महासचिव अवधेश चंद्र गुप्त ने बताया कि रामघाट पर शाम को भजन संध्या होगी। इसमें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।