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15 दिसंबर तक पूरे मेले में दूधिया रोशनी मुश्किल

अधिशासी अभियंता मनोज गुप्ता का कहना है कि एलईडी लाइट के लिए पाइप जल्द मंगवाई जा रही है। हमारी कोशिश है कि निर्धारित समय तक पूरे मेला क्षेत्र में एलईडी लाइट लग जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 12:24 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 12:24 PM (IST)
15 दिसंबर तक पूरे मेले में दूधिया रोशनी मुश्किल
15 दिसंबर तक पूरे मेले में दूधिया रोशनी मुश्किल

प्रयागराज : तय समय सीमा तक मेला क्षेत्र को दूधिया रोशनी (एलईडी) से जगमगाने का विभागीय दावा पूरा होते नहीं दिख रहा। 15 दिसंबर तक लगभग 41 हजार एलईडी लाइट लगानी है, पर अभी तक तीन हजार ही लगाई जा सकी हैं। लाइट लगाने के लिए अभी पाइप नहीं आई है। इस कारण काम अटका पड़ा हुआ है। जो कुछ पाइप आई हैं, वह अधिक मोटी हैं जिससे लाइट लगाने में मुश्किल हो रही है।

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इस बार कुंभ मेले में सभी सेक्टर में एलईडी लाइट लगाने की योजना है। पोल लगाने के साथ ही तार खींचे जा रहे हैं। एलईडी लाइट लगाने का काम धीमा है। कारण विद्युत विभाग ठेकेदारों को पाइप मुहैया नहीं करवा पा रहा है जबकि 15 दिसंबर तक यह कार्य पूरा करना है। कुछ पाइपें मंगवाई भी गई हैं, लेकिन उनकी मोटाई अधिक होने पर उसमें लाइट लग नहीं पा रही है। पाइप के लिए जो टेंडर हुआ था। उसकी प्रक्रिया अभी समाप्त नहीं हो पाई है। ऐसे में 15 दिसंबर तक पूरे मेले में दूधिया रोशनी का दावा मुश्किल है। अधिशासी अभियंता मनोज गुप्ता का कहना है कि एलईडी लाइट के लिए पाइप जल्द मंगवाई जा रही है। हमारी कोशिश है कि निर्धारित समय तक पूरे मेला क्षेत्र में एलईडी लाइट लग जाएगी। एक दिन में अधिकतम एक हजार लाइटें :

20 सेक्टर में लाइट लगाने का जिम्मा 10 ठेकेदारों को दिया गया है। अगर सभी ठेकेदार अपनी अधिकतम क्षमता लगाकर मेले में लाइट लगवाएं तो एक दिन में अधिकतम एक हजार लाइट लग सकती है। हालांकि औसत पांच से सात सौ के बीच में रहता है तो ऐसे में 15 दिसंबर तक लाइट लगना मुश्किल है। नहीं हो पाएगी सभी पोल की रंगाई :

कुंभ मेले में लगभग 41 हजार पोल लगाए जा रहे हैं। कुंभ से पहले सभी पोलों को रंगा भी जाना है। अभी हाल में ही पोल रंगने के लिए टेंडर हुआ है। ऐसे में कुंभ से पहले सभी पोलों को रंगना मुश्किल होगा।


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