ट्रेन रोकने वाले छात्रों को लाज में घुसकर पीटने पर तीन पुलिसवाले निलंबित, प्रदर्शन कारियों पर भी मुकदमा
ट्रेन रोकने वाले अभ्यर्थियों की बेरहमी से पिटाई का वायरल वीडियो होने के बाद पुलिस अधिकारियों को एक्शन लेना पड़ा है। दरअसल वीडियो में दिख रहा है कि कई छात्र पिटाई से जख्मी हो गए। खून बहने लगा फिलहाल इस मामले में तीन पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया
प्रयागराज, जेएनएन। आरआरबी की परीक्षा और भर्ती के मसले पर मंगलवार को प्रयाग स्टेशन पर हंगामा और ट्रेन रोकने वाले अभ्यर्थियों की बेरहमी से पिटाई का वायरल वीडियो होने के बाद पुलिस अधिकारियों को एक्शन लेना पड़ा है। दरअसल वीडियो में दिख रहा है कि कई छात्र पिटाई से जख्मी हो गए। खून बहने लगा। लाज के दरवाजे तोड़कर बेरहमी से छात्रों को पीटा गया। यहां तक कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह वीडियो ट्वीट कर पुलिस की आलोचना की। ऐसे में फिलहाल इस मामले में तीन पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया है। प्रदर्शन और हंगामा करने पर 1500 युवकों के खिलाफ भी नामजद और अज्ञात में एफआइआर लिखी गई है। पुलिस अधिकारी घटनाक्रम में दोनों पहलुओं पर जांच करा रहे हैं।
यूपी के उप मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट, कही ये बातें
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में छात्रों के साथ घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी। छात्रों से संयम की अपील है, विपक्ष छात्रों के मामले में राजनीति न करे, जिन लोगों ने छात्रों की आड़़ लेकर उपद्रव किया है जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, प्रत्येक छात्र हमारा परिवार है।
एसएसपी प्रयागराज ने यह कहा
एसएसपी प्रयागराज अजय पांडेय ने कहा है कि छात्रों पर अनावश्यक बल प्रयोग करने वाले तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उपद्रवी छात्र हों या अनुशासनहीन पुलिसकर्मी, सभी पर जांच के बाद कार्रवाई होगी।
जानिए कल क्या हुआ था
मंगलवार को आरआरबी (रेलवे भर्ती बोर्ड) की एनटीपीसी (नान टेक्निकल पापुलर कैटेगरी) के अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रयाग स्टेशन पर कानपुर पैसेंजर ट्रेन रोककर नारेबाजी की। रेलवे ट्रैक पर उतरे सैकड़ों प्रतियोगी छात्रों ने 2.20 बजे ट्रेन रोकी तो जीआरपी और आरपीएफ ने फौरन हरकत में आकर छात्रों को किसी तरह ट्रैक से हटाया। इसके बाद ट्रेन आगे रवाना हो सकी। यह कानपुर से प्रयागराज संगम जा रही थी। प्रतियोगी छात्रों का हुजुम नारे लगाते हुए स्टेशन से आगे बढ़ गया। कुछ प्रदर्शन कारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इस बीच रेलवे की ओर से कहा गया कि बेवजह ऐसा कानून विरोधी हरकत करने वाले युवा रेलवे की भर्ती से वंचित किए जा सकते हैं। ऐसे में वे फिर रेलवे की भर्तियों में शामिल नहीं किए जाएंगे।
क्यों कर रहे थे प्रदर्शन
14 जनवरी को आरआरबी में एनटीपीसी का रिजल्ट आया। इस रिजल्ट के बाद से छात्र आंदोलनरत हैं और इंटरनेट मीडिया पर जबजस्त मामला ट्रेंड कर रहा है। छात्रों का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने नोटीफिकेशन में कहा था कि सीबीटी प्रथम परीक्षा में 20 प्रतिशत उम्मीदवारों को चयनित किया जाएगा। लेकिन, जब रिजल्ट आया तो बोर्ड ने मात्र पांच प्रतिशत उम्मीदवारों का ही चयन किया है। इसी से नाराज छात्रों ने इंटरनेट मीडिया पर पहले आनलाइन विरोध जताया और मंगलवार को सड़क उतर गए।
प्रयाग स्टेशन पर सैकड़ों छात्र अपना विरोध जताने के लिए जुटे। रेलवे ट्रैक पर छात्रों की भीड़ जुटी तो हड़कंप मच गया। छात्रों का कहना है कि बोर्ड अपनी मनमानी कर रहा है। इस परीक्षा में जिन छात्रों ने दो पदों के लिए क्वलीफाई किया है, जब वह एक ही पद चुनेंगे तो दूसरा पद खाली ही रह जाएगा। ऐसे में अगर अधिक संख्या में और नोटीफिकेशन के अनुरूप छात्रों का चयन किया जाए तो सभी पद भी भरेंगे और छात्रों को नौकरी भी मिल जाएगी। ऐसे में बोर्ड को फिर से रिजल्ट को संशोधित करना चाहिए। नोटीफिकेशन के अनुरूप 20 गुना परीक्षार्थियों को सीबीडी टू परीक्षा के लिए चयनित करना चाहिए। ऐसा नहीं होता तो छात्रों का विरोध जारी रहेगा।
रेलवे की ओर से यह कहा गया
उत्तर मध्य रेलवे ने एनटीपीसी एग्जाम को लेकर विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस भर्ती में पद के सापेक्ष 20 गुना अभ्यर्थियों को सीबीटी द्वितीय के लिए चयनित किया गया है। सब कुछ नियमावली व नोटिफिकेशन के अनुसार ही हो रहा है। रेलवे एनटीपीसी एग्जाम का रिजल्ट 14 जनवरी को जारी हुआ था। अभ्यर्थी मंगलवार को जगह-जगह रिजल्ट को संशोधित करने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। अभ्यर्थियों का कहना था कि सीबीटी प्रथम में सिर्फ 4 से 5% परीक्षार्थियों को ही दूसरे चरण के एग्जाम के लिए चयनित किया गया है। वह इसी बात को लेकर रिजल्ट में संशोधन की मांग कर रहे थे। भारी विरोध प्रदर्शन जगह-जगह बवाल, हंगामा ट्रेन रोके जाने की घटनाएं व इंटरनेट मीडिया पर चल रहे प्रदर्शन के बाद बोर्ड स्तर से लेकर जोन स्तर तक अलग-अलग प्रेस विज्ञप्ति