कमरा दिलाने के बहाने महिला को ढाबा कर्मी ले गए, किया सामूहिक दुष्कर्म Prayagraj News
वह सिविल लाइंस सिविल लाइंस बस स्टेशन पर उतरी थी। कमरा दिलाने के बहाने रात में ढाबा में काम करने वाले तीन लोग उसे शिवकुटी ले गए और दुष्कर्म किया। दो पकड़े गए एक फरार है।
प्रयागराज, जेएनएन। बहराइच से आकर सिविल लाइंस बस अड्डे पर उतरी युवती को अगवा कर लिया गया। इसके बाद उसे कमरा दिलाने के बहाने शिवकुटी ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। देर रात युवती ने डायल 100 पर फोन किया तो पुलिस पहुंची। बस अड्डे के आसपास दुकानों में काम करने वाले तीन युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
धूमनगंज की रहने वाली है युवती, पति की हो चुकी है मौत
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक, धूमनगंज इलाके की रहने वाली 22 वर्षीय इस युवती के पिता का निधन हो चुका है। मां ने चार बेटियों का पालन-पोषण किया। 2015 में इस युवती का ब्याह हुआ था, मगर पति का देहांत हो गया, तब से वह मायके में रहने लगी। उसकी तीन साल की एक बेटी भी है। युवती बहराइच में अपनी मौसी के यहां गई थी। वह देर शाम यहां सिविल लाइंस बस अड्डे पर पहुंची। उसका कहना है कि उसने किराए पर कमरे के लिए कुछ लोगों से पूछा तो भोजनालय में काम करने वाले राजेश पाल ने कमरा दिलाने का भरोसा देते हुए साथ ले लिया। वह उसे रात 11 बजे तेलियरगंज में गंगा किनारे शंकर घाट मोहल्ले में अपने दोस्त आनंद पाल के कमरे में ले गया। वहां उसने श्लोक पांडेय को भी बुला लिया। तीनों ने धमकी देकर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर पिटाई की।
दो आरोपित गिरफ्तार, एक फरार
पुलिस का कहना है कि रात तकरीबन दो बजे पीडि़ता ने अपने मोबाइल से 100 नंबर पर आपबीती सुनाई। इसके बाद शिवकुटी पुलिस वहां पहुंची। प्रभारी थानाध्यक्ष पंकज भाष्कर ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर दो आरोपितों आनंद पाल और श्लोक पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया गया। वहीं एक अन्य आरोपित राजेश फरार है। उसकी तलाश में पुलिस टीम भेजी गई है। युवती का मेडिकल टेस्ट कराया गया। आरोपित चाय-नाश्ते और भोजनालय में काम करते हैैं।
शाम होते ही शुरू हो जाती है अराजकता
युवती के अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म की इस घटना में पुलिस युवती के आचरण पर सवाल उठा रही है। पुलिस का कहना है कि धूमनगंज में मायके जाने की बजाय भला उसे कमरा खोजने की क्या जरूरत पड़ गई? मामला कुछ और है। बताते चलें कि बस अड्डे पर शाम से ही नशे की बिक्री से देह व्यापार का धंधा जोर पकड़ लेता है। सिपाहियों की भी मिलीभगत होने से धरपकड़ नहीं होती।