कोरोना से जिनकी हुई मौत, उनकी संपत्ति की वरासत की जा रही है, जानें आवेदन की अंतिम तिथि
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ऐसे परिवारों को ढूंढकर वरासत करवा रहा है जिससे पीडि़त की जमीन पर दूसरा काबिज न हो सके। मुख्य राजस्व अधिकारी भानु प्रताप यादव ने बताया कि कोरोना से जिनकी मौत हुई है उनके पत्नी या बच्चे वरासत के लिए तहसील में आवेदन करें।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पिछले दिनों कोरोना से जिन लोगों की मौत हो गई है, उनकी संपत्ति की वरासत की जा रही है। यह अभियान जिला प्रशासन की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। पिछले हफ्ते शुरू हुआ यह अभियान 18 जुलाई तक चलना था। हालांकि अब तक सभी की वरासत दर्ज न होने पर इसकी तिथि बढ़ाकर 24 जुलाई कर दी गई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ऐसे परिवारों को ढूंढकर वरासत करवा रहा है, जिससे पीडि़त की जमीन पर कोई दूसरा काबिज न हो सके। मुख्य राजस्व अधिकारी भानु प्रताप यादव ने बताया कि कोरोना से जिनकी मौत हुई है, उनके पत्नी या बच्चे वरासत के लिए संबंधित तहसील में आवेदन करें।
तीसरी लहर टालने को कोविड प्रोटोकाल का पालन जरूरी
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को टालने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। बचाव तभी हो सकता है जब हम कोविड प्रोटोकाल का पालन करें। यह बातें गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन और विश्व आयुर्वेदिक मिशन की तरफ से हुई आनलाइन गोष्ठी में चिकित्सा विशेषज्ञ ने कहीं। पूर्व आयुक्त आरएस वर्मा ने अध्यक्षता की।
कोवड से बचाव के तरीकाें को अपने व्यवहार में करें शामिल
विश्व आयुर्वेद मिशन के अध्यक्ष डा. जीएस तोमर ने कहा कि यदि हम लोग कोविड से बचाव के तरीकों को अपने व्यवहार में शामिल नहीं करेंगे तभी तीसरी लहर आएगी। इसलिए हम लोगों को मास्क लगाना चाहिए, शारीरिक दूरी रखनी चाहिए और हाथ को बार-बार धोना या सेनिटाइज करना चाहिए। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाओं का जिक्र भी किया। संचालन विश्व आयुर्वेद मिशन के सचिव डा. अवनीश पांडेय ने किया। उमेश शर्मा, पीसीएल श्रीवास्तव, मसुरियादीन, सीपी सिंह, एसएन श्रीवास्तव आदि पेंशनर्स भी शामिल हुए।