अफसरों का नंबर हैक कर अधीनस्थों को फोन करने वाले हत्थे चढ़े
अफसरों का नंबर हैक कर अधीनस्थों को फोन करने वाले हत्थे चढ़े
अफसरों का नंबर हैक कर अधीनस्थों को फोन करने वाले हत्थे चढ़े
प्रयागराज : मेजा में मंडलायुक्त, एसएसपी और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) के सीयूजी मोबाइल नंबर को हैक कर अधीनस्थों को फोन कर काम कराने वाले दो जालसाजों को मेजा पुलिस ने पकड़ा है। बेहद गोपनीय तरीके से इनसे पूछताछ की जा रही है। किन-किन अधिकारियों का नंबर इन लोगों ने हैक किया था और कौन-कौन से काम करवाएं हैं, सबकुछ पता लगाया जा रहा है।
मेजा के सोरांव गांव के एक युवक की दोस्ती रामनगर के रहने वाले युवक से है। रुपये कमाने के लालच में दोनों ने बड़े अफसरों का सीयूजी नंबर हैक करना शुरू किया। इन नंबरों को पलभर के लिए हैक किया जाता, ताकि किसी को इसकी भनक न लगे। इन नंबरों के माध्यम से अधीनस्थ अधिकारियों को फोन किया जाता और काम करने के निर्देश दिए जाते है। मामला तब पकड़ में आया, जब एक सप्ताह पहले एसएसपी को फोन किया गया। फोन करने वाले ने खुद को आइएएस अफसर सुहास एलवाई बताया। एक मामले की सिफारिश करते हुए काम करवाने की बात कही। कुछ देर बाद इसी प्रकरण में संबंधित व्यक्ति ने भी एसएसपी को फोन किया। एक ही मामले में लगातार दो फोन आने पर एसएसपी को संदेह हुआ और उन्होंने जांच के लिए टीम लगाई। पड़ताल शुरू हुई तो पता चला कि कुछ दिन पहले सीओ मेजा के पास एसएसपी बनकर किसी ने फोन कर एक मामले में मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था। बुधवार को एसडीएम मेजा के पास भी फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को मंडलायुक्त बताते हुए रामनगर स्थित नाली के मामले को लेकर निस्तारण का निर्देश दिया था। यही नहीं कुछ माह पहले बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता मेजा को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का प्रबंध निदेशक बनकर फोन किया गया था। मेजा में तैनात एक लिपिक के स्थानांतरण का निर्देश दिया गया था। आश्चर्य की बात यह है कि सभी अधीनस्थ अधिकारियों के फोन पर जो नंबर आता था, वह बड़े अफसरों का सीयूजी नंबर ही होता था। पुलिस की जांच में पता चला कि सोरांव और रामनगर के दो युवक शामिल हैं। गुरुवार को पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। इनसे पूछताछ की जा रही है कि कैसे यह मोबाइल नंबर हैक कर लेते थे। कहां-कहां अब तक फोन कर चुके हैं।
बिजली विभाग में काम करता है जालसाज
पकड़े गए जालसाजों में एक बिजली विभाग में काम करता है। उसने पूर्व में एक तत्कालीन मंत्री के नाम से फर्जी फोन कर विभागीय अधिकारियों पर दबाव बनाकर उनसे कई काम भी ले चुका है। अब मामला सामने आने के बाद सभी इस कारनामे से अचंभित हैं।
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मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह दोनों बड़े अधिकारियों के सीयूजी नंबर को हैक कर लेते थे। अधीनस्थ अधिकारियों को फोन करके काम करने के निर्देश देते थे। जांच पूरी होने के बाद ही मामले का राजफाश किया जाएगा।
- अमिता सिंह, सीओ मेजा
पेट्रोल पंप पर हुई लूट में पुलिस के हाथ अब तक खाली
संसू, सोरांव : अकारीपुर के पेट्रोल पंप पर मंगलवार रात हुई लूट मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली है। मामले को सुलझाने के लिए जिले व गंगापार की अलग-अलग टीमें लगी है। हालांकि, पुलिस के हाथ अब तक कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा। इस मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर कई लोगों से पूछताछ की। लूट के कुछ घंटे पहले कमल नगर से एक अपाचे मोटर साइकिल चोरी होने की बात सामने आई है। कहीं इस घटना में अपाचे का इस्तेमाल लूट के लिए तो नहीं किया गया। पुलिस ऐसे कई अनसुलझे सवालों के जवाब तलाशने के लिए कई एंगल से मामले की जांच कर रही है। थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया की मोटरसाइकिल चोरी का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
अधिवक्ता के साथ छिनैती व मारपीट में तीन पर केस
संसू, तिलई बाजार : सोरांव तहसील में अधिवक्ता से छीनैती के मामले में 10 दिनों बाद पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश में जुटी है। मऊआइमा के उमरिया बादल उर्फ गेंदा गांव निवासी राजा त्रिपाठी पेशे से अधिवक्ता हैं। आठ अगस्त को शाम वह सोरांव तहसील से वापस घर जा रहे थे। जोगीपुर गांव के समीप पहुंचे तो वह अपनी स्कूटी में पेट्रोल भराने के लिए रुक गए। उनके रुकते ही पहले से घात लगाए बैठे कुछ लोग उनके साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए मारपीट करने लगे। विरोध करने पर दबंगों ने पिस्टल सटा कर जेब में रखे करीब ढाई हजार रुपये तथा सोने की जंजीर,अंगूठी व माइक आइडी आदि छीन लिए। इस बीच मारपीट कर रहे लोग सामने एक चार पहिया वाहन आता देख जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। घटना के दस दिनों बाद बुधवार को पुलिस ने पीड़ित अधिवक्ता की तहरीर पर पिंटू यादव उर्फ सुनील पुत्र विपत नारायण व सुरेश यादव पुत्र रामदीन निवासी जोगीपुर फतेह शाह का पूरा तथा एक अज्ञात के विरुद्ध मारपीट छिनैती आदि की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपितों की तलाश में जुटी है।