इस बार ग्रीन पटाखों संग मनाइए दीपावली का पर्व Prayagraj News
ये पटाखे पर्यावरण के लिहाज से नुकसानदायक नहीं हैं। हालांकि ये पटाखे थोड़ा महंगे हैैं। इस बार ज्यादातर सामान्य पटाखों के भी ईको फ्रेंडली होने के दावे हैं।
प्रयागराज,जेएनएन: दीपावली के लिए बाजार सज गया है। तरह-तरह के पटाखे भी बाजार में आ गए हैं। इस बार दुकानदारों का ज्यादा जोर ग्रीन (हरित) पटाखों पर है। ये पटाखे पर्यावरण के लिहाज से नुकसानदायक नहीं हैं। हालांकि ये पटाखे थोड़ा महंगे हैैं। इस बार ज्यादातर सामान्य पटाखों के भी ईको फ्रेंडली होने के दावे हैं, जिसके जलाने से पर्यावरण में प्रदूषण बहुत कम होगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर दुकानदार भी पटाखों की बिक्री को लेकर एहतियात बरत रहे हैं। ज्यादातर पटाखे तमिलनाडु के शिवकाशी से आते हैं, इसलिए कारोबारी ग्रीन पटाखे की खेप वहां से मंगा रहे हैं। सामान्य पटाखों में अनार, रॉकेट, फुलझड़ी, चकरी, चटाई, बम आदि हैं, लेकिन जो पटाखे बाजार में हैं, वह नए रूप में हैं। पटाखों के नाम भी कुछ अलग रखे गए हैं। मसलन, टिनीटॉर्ट, लोटो, पॉपेट, सीटू, डोडो, हॉट ह्वील, स्पेक्ट्रा, हॉय-हॉय, जिमी क्राकर, बॉबी क्राकर, लेवेंडर, स्पॉकलर, मेगा ट्विस्टर आदि।
50 से 800 रुपये तक के पटाखे :
पटाखों की कीमत 50 रुपये से लेकर आठ सौ रुपये तक है। 50 रुपये में पीस वाले पटाखे ही मिल रहे हैं। पैकेट वाले पटाखों की कीमत 100 रुपये और उससे ज्यादा है। जिन्हें आवाज वाले पटाखे नहीं पसंद हैं, उनके लिए बाजार में कूल फायर, पार्टी पेपर और स्नो परफ्यूम भी उपलब्ध है। कूल फायर भी अनार है। इसकी कीमत तीन सौ से आठ सौ रुपये तक है। पार्टी पेपर 50 से 100 और स्नो परफ्यूम 50 रुपये में बिक रहा है। पटाखों के थोक कारोबारी मो. कादिर का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर पटाखा निर्माताओं ने इस बात का विशेष ध्यान रखा है कि सामान्य पटाखे भी बहुत कम प्रदूषण वाले हों। निर्माताओं द्वारा ग्रीन पटाखों के पेश नमूनों को नीरी और पीईएसओ से स्वीकृति मिल गई है। इस बार पूरी तरह से नहीं, लेकिन अगले वर्ष दीपावली में बाजार में सिर्फ ग्रीन पटाखे ही बिकेंगे। जो पूरी तरह से प्रदूषण रहित हैं।