शिक्षा व्यवस्था का हाल, प्रयागराज के 206 स्कूलों में मिड डे मील बनाने के लिए रसोईघर नहीं
बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के साथ हुई समीक्षा बैठक में स्कूलों में रसोईघर न होने का मामला सामने आया था। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायतराज अधिकारी (डीपीआरओ) को पत्र लिखकर रसोई की व्यवस्था के लिए कहा है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। परिषदीय स्कूलों को स्मार्ट बनाने की कवायद जारी है। बैठने के लिए डेस्क बेंच से लेकर बिजली व पानी सहित तमाम संसाधन विकसित किए जा रहे हैं। ये काम आपरेशन कायाकल्प के तहत कराए जा रहे हैं। इसके बावजूद आलम यह है कि अब तक जिले के 206 स्कूलों में मिड डे मील बनाने के लिए रसोईघर ही नहीं है।
बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के साथ हुई समीक्षा बैठक में स्कूलों में रसोईघर न होने का मामला सामने आया था। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायतराज अधिकारी (डीपीआरओ) को पत्र लिखकर बताया कि सभी स्कूलों को रसोईघर से संतृप्त किया जाए। कौडि़हार के 26 स्कूल, करछना के 21, मेजा के नौ, हंडिया के सात, बहरिया के छह, फूलपुर के सात, बहादुरपुर के 15, चाका के तीन, कोरांव के 21, सैदाबाद के 15, होलागढ़ के 20, शंकरगढ़ के दस, मऊआइमा के सात, धनुपुर के पांच, प्रतापपुर के छह, कौधियारा के चार, मांडा के नौ, सोरांव के तीन, जसरा के छह और उरुवा के सात स्कूल में रसोईघर नहीं हैं।
छावनी परिषद स्कूलों में शिक्षकों के प्रमाणपत्र सत्यापित नहीं
फर्जी अभिलेखों पर शिक्षक की नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला प्रकरण उजागर होने के बाद विभाग ने सभी अध्यापकों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की। नई नियुक्तियों में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। बावजूद इसके छावनी परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन नहीं हो रहा है। आरटीआइ के जरिए मांगी गई सूचना में इसका राजफाश हुआ है।
आरटीआइ एक्टिविस्ट रवि श्रीवास्तव ने सूचना का अधिकार के तहत छावनी परिषद से पूछा, क्या उसके अंतर्गत संचालित विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति के बाद प्रमाण पत्रों के सत्यापन नियमानुसार कराए गए। छावनी परिषद के केंद्रीय जनसूचना अधिकारी राकेश चंद्र केसरवानी ने लिखित रूप से बताया कि संबंधित सेवा पंजिका में सत्यापन के दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं। इस संदर्भ में जब एक शिकायती पत्र मुख्य अधिशासी अधिकारी छावनी परिषद को दिया गया तो उन्होंने कोविड-19 का हवाला देते हुए जांच ठंडे बस्ते में डाल दी। इस संदर्भ में अब तक कोई अन्य सूचना भी नहीं उपलब्ध कराई गई। छावनी परिषद के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में तैनात शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन न होना पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है।
नेहरू ग्राम भारती ने बढ़ाई अंतिम तिथि
नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. राजेश तिवारी ने बताया कि सम सेमेस्टर 2020-21 के सभी परीक्षार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर 20 सितंबर तक आनलाइन परीक्षा आवेदन पत्र भर दें। बीए, बीएससी बीकाम, बीपीए, बीएएलएलबी, एलएलएम, एमएसडब्ल्यू, बीलिब, आईएससी, एमलिब आईएससी, बीजेएमसी, एमजेएमसी, एमए, एमएससी, एमपीए, एमकाम, एमएड, एमएड (एचआइ), बीएड (एचआइ), डीएड (एचआइ), बीबीए, एमबीए, बीसीए, एमसीए, पीजीडीसीए, पीजी डिप्लोमा इन योग, बीएड, बीएलएड और बीटेक के परीक्षार्थियों की परीक्षा सितंबर-2021 के महीने में आयोजित की जाएगी।