डायल 112 के दरवाजे से टकराकर युवक गिरा, ट्रक ने रौंदा
घूरपुर थाने के सामने स्थित हाईवे पर खड़ी डायल 112 के पुलिसकर्मियों की लापरवाही से साइकिल सवार की जान चली गई।
जसरा/प्रयागराज : घूरपुर थाने के सामने स्थित हाईवे पर खड़ी डायल 112 के पुलिसकर्मियों की लापरवाही की वजह से शनिवार सुबह साइकिल सवार युवक की जान चली गई। डायल 112 के पुलिसकर्मी ने अचानक वाहन का दरवाजा खोल दिया, जिससे साइकिल सवार टकराकर सड़क पर गिर पड़ा। उसी समय सामने से आए ट्रक ने उसे चपेट में ले लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह देखकर पुलिसकर्मी वाहन छोड़कर थाने के भीतर भाग निकले। हंगामे से बचने के लिए आननफानन में पुलिस युवक को इलाज के बहाने अस्पताल लेकर चल गई।
घूरपुर थाना क्षेत्र के सेमरा कल्बना गांव निवासी संतलाल विश्वकर्मा का इकलौता पुत्र समर बहादुर उर्फ गुंडा (40) फर्नीचर का काम करता था। उसी के कंधे पर माता-पिता, पत्नी, चार बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी थी। शनिवार की सुबह वह साइकिल से किसी काम के सिलसिले में घूरपुर बाजार की तरफ जा रहा था। अभी वह घूरपुर थाने के सामने पहुंचा था कि हाईवे पर पहले से खड़ी डायल 112 में बैठे एक सिपाही ने अचानक दरवाजा खोल दिया। समर बाहदुर दरवाजे से टकराते हुए सड़क पर गिर गया। इसी बीच सामने से आए ट्रक ने उसे कुचल दिया। जिससे मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। आसपास के लोग घटनास्थल की तरफ दौड़े तो डायल 112 के पुलिसकर्मी वाहन छोड़कर थाने के अंदर घुस गए। बवाल न हो इससे बचने के लिए आनन फानन में इलाज के बहाने पुलिस समर बहादुर को अस्पताल लेकर चली गई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। सूचना पाकर मृतक के स्वजन मौके पर पहुंचे। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी जमा हो गए। पुलिस की लापरवाही के चलते दुर्घटना होना बताया। साथ ही जमकर खरीखोटी सुनाई। घूरपुर पुलिस का कहना है कि ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। डायल 112 के वाहन के दरवाजे से टकराकर समर बहादुर गिरा था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। अगर इसमें पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।