यमुनापार की बारा और कोरांव तहसील में टिड्डी दल का खतरा ज्यादा, अलर्ट Prayagraj News
प्रत्येक गांव के प्रधानों को पांच-पांच ट्रैक्टर व टैैंकरों में पानी भरकर रखने को कहा गया है। पानी में मैलाथियान फेनवेलरेट क्लोरोपाइरीफास मिलाकर छिड़काव की तैयारी की गई ।
प्रयागराज,जेएनएन। टिड्डी दल के खतरे को देखते हुए जिले में अब हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। खासतौर पर यमुनापार इलाके के किसानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है। कृषि विभाग और कृषि रक्षा विभाग के अफसरों की तैनाती कर दी गई है। अफसरों की ओर से इस क्षेत्र के किसानों को जागरूक किया जा रहा है। यही नहीं केंद्र तथा राज्य सरकारों की ओर से दल को छोटे टुकड़ों में तोडऩे की कवायद तेज हो गई है।
टिडडी दल को रात में मारने की है तैयारी
यमुनापार के बारा और कोरांव इलाके में टिड्डी दल का खतरा ज्यादा है। मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित दोनों तहसील क्षेत्रों में टिड्डी दल के आने की आशंका है। इसीलिए इन इलाकों में टिड्डी दल को रात में मारने की तैयारी की गई है। यदि दल आता है तो रात में जहां भी बैठेगा, वहां केमिकल का छिड़काव कराने की तैयारी है। साथ ही किसानों को टिड्डियों को भगाने के लिए थाली, टिन के डिब्बे, ढोलक आदि बजाने को भी कहा गया है।
पांच टैंकर पानी भरकर रखने का निर्देश, पानी में केमिकल मिलाकर छिडकाव की तैयारी
जिला कृषि अधिकारी डॉ.अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक गांव के प्रधानों को पांच-पांच ट्रैक्टर व टैैंकरों में पानी भरकर रखने को कहा गया है। टैैंकर के पानी में मैलाथियान, फेनवेलरेट, क्लोरोपाइरीफास मिलाकर छिड़काव की तैयारी की गई है।
सीडीओ की अध्यक्षता में टिड्डी आपदा राहत दल का गठन
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि ललितपुर, झांसी और मध्य प्रदेश के सतना तथा रीवा में टिड्डी दल को छोटे टुकड़ों में तोडऩे के लिए राष्ट्रीय टिड्डी नियंत्रण सेंटर फरीदाबाद, टिड्डी चेतावनी सेंटर जोधपुर तथा दिल्ली, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के कृषि विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की टीमें लगी हैैं। बताते हैैं कि दल को तोडऩे में काफी सफलता भी मिली है। उधर, उप कृषि निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि सीडीओ की अध्यक्षता में टिड्डी आपदा राहत दल का गठन हो गया है। कंट्रोल रूम खोलते हुए तहसील स्तर पर नोडल अफसरों की तैनाती भी कर दी गई है।