इस साल की गर्मी भी इलेक्ट्रानिक कारोबारियों के लिए फीकी, लगातार दूसरे साल झटका, प्रयागराज में भी करोड़ों का नुकसान
इलेक्ट्रानिक कारोबार गर्मी के मौसम और विवाह पर निर्भर है। इस बार विवाह की शुरुआत अप्रैल के दूसरे पखवाड़ा से होना था लेकिन होली के बाद से ही कोरोना की दूसरी लहर आ गई। गर्मी भी तेज नहीं पड़ी जिससे एसी और कूलर बिके ही नहीं।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण इलेक्ट्रानिक कारोबारियों को लगातार दूसरे साल भी झटका लगा है। गर्मी शुरू होते ही इस महामारी के विकराल रूप ले लेने से एसी और कूलर का व्यापार बिलकुल ठप हो गया है। शादी-विवाह भी कम होने से इलेक्ट्रानिक सामानों की बिक्री नहीं है। इससे व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है।
अप्रैल से जून में साल भर का 40 प्रतिशत से ज्यादा होता है व्यवसाय
इलेक्ट्रानिक कारोबार गर्मी के मौसम और विवाह पर निर्भर है। इस बार विवाह की शुरुआत अप्रैल के दूसरे पखवाड़ा से होना था लेकिन, होली के बाद से ही कोरोना की दूसरी लहर आ गई। गर्मी भी तेज नहीं पड़ी, जिससे एसी और कूलर बिके ही नहीं। एक मई से कोरोना कर्फ्यू के कारण दुकानें एवं शोरूम ही नहीं खुल रहे हैं। आशा एंड कंपनी के पार्टनर प्रवीण मालवीय का कहना है कि दूसरी लहर में बहुत जरूरी चीजों पर ही पैसा खर्च किया जा रहा है। दुकानदार भी रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं। अप्रैल, मई और जून में पूरे साल का 40 फीसद से ज्यादा कारोबार होता है। लेकिन, इस बार कारोबार शून्य रहा। पिछले साल मार्च में लॉकडाउन होने से शादियां टल गई थीं। 22 मई को लॉकडाउन समाप्त होने पर वर्ष 2019 की तुलना में करीब 10 फीसद कारोबार हुआ था। आलम तो यह है कि अभी 2019 का स्टॉक ही खत्म नहीं हो सका है।
एक माह में होता रहा है 300 करोड़ के व्यापार का अनुमान
गर्मी के इन तीन महीनों में करीब 900 से एक हजार करोड़ रुपये का इलेक्ट्रानिक कारोबार का अनुमान है। यानी हर महीने करीब तीन सौ करोड़ का व्यापार। लकी ट्रेडर्स के प्रोपराइटर मिथलेश सिंह का कहना है कि करीब 15-20 फीसद कारोबार हुआ। छोटे दुकानदार 10-20 पीस रखते हैं। कोरोना के कारण स्टॉक भी नहीं है और बिलिंग भी नहीं हो रही है।