अंतरिक्ष के जिज्ञासु चंद्रमा की विविध कलाओं से हो सकेंगे परिचित Prayagraj News
आनंद भवन स्थित तारामंडल चंद्रमा की विभिन्न कलाएं दिखाएगा। इसकी स्क्रिप्ट तैयार की जा रही है। इससे स्कूली बच्चों को काफी जानकारी मिल सकेगी।
प्रयागराज, जेएनएन। अंतरिक्ष के जिज्ञासुओं के लिए अब चंद्रमा की विविध कलाओं का ज्ञान जवाहर प्लेनेटेरियम कराएगा। आनंद भवन स्थित जवाहर तारामंडल में चंद्रमा की कलाओं पर केंद्रित शो दिखाए जाने की तैयारी है। तारामंडल की टीम इसकी स्क्रिप्ट तैयार कर रही है। इसमें यह दिखाया जाएगा कि चंद्रमा की कलाएं क्या हैं।
तारामंडल में 'पृथ्वी से ब्रह्मांड' तक शो चल रहा है
'चंद्रयान-2' भारत का दूसरा चंद्र अन्वेषण अभियान है, जो कि मिशन पर है। यह चंद्रमा पर एक उच्च मैदान पर उतरने का प्रयास करेगा। एक तरफ जहां यह चर्चा में है, यह तो सभी ने पढ़ा होगा कि सूर्य और चंद्रग्रहण कब और कैसे लगता है, लेकिन इसे तारामंडल के शो में देखा जा सकेगा। जवाहर तारामंडल में बड़ी संख्या में लोग खगोलीय दुनिया को देखने व समझने के लिए पहुंचते हैं। इन दिनों यहां 'पृथ्वी से ब्रह्मांड' तक शो चल रहा है। मई और जून में स्कूल बंद होने होने पर यहां बड़ी संख्या में लोगों के आने को देखते हुए दो माह में प्रतिदिन सात अलग-अलग शो चलाए जा रहे थे।
हर शो में मिल रही नई जानकारी
हर शो में अलग-अलग जानकारियां दी जाती थीं। अब जो नई स्क्रिप्ट लिखी जा रही है, उसमें खासकर 'चंद्रमा की कलाएं' तथा वह कब किस आकार का हो जाता है, आदि के बारे में भी दिखाया जाएगा। जवाहर तारामंडल, प्रयागराज के निदेशक डॉ. रवि किरन प्रयास होता है कि दर्शकों को हमेशा नई जानकारियां दी जाय। अभी नई स्क्रिप्ट तैयार हो रही है जो लोगों की जानकारियां बढ़ाने में मददगार होगी।
प्रतिदिन चलते हैं सात शो
तारामंडल में प्रतिदिन सात शो दिखाने की व्यवस्था है। एक शो 35 मिनट का होता है। शो शुरू होने के पहले तारामंडल की एजुकेटर सुरूर फातिमा दर्शकों को शो से जुड़ी जानकारी देती हैं, फिर दर्शक अंदर बैठकर इस शो को देखते हैं। वयस्कों के लिए शुल्क 60 रुपये है, जबकि तीन फिट से कम लंबाई के बच्चों को मुफ्त प्रवेश मिलता है। पहला शो सुबह 11 बजे से शुरू होता है।
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