राष्ट्र को ऐसे युवा शक्ति की हमेशा जरूरत रही है जो देश से प्रेम करता हो Prayagraj News
नगर के किशोरी सदन में हो रहे तीन दिवसीय इस आयोजन के पहले दिन निधि ने कहा कि जब जेएनयू में राष्ट्र विरोधी नारे लगे तो आगे आकर एबीवीपी ने ही विरोध किया।
प्रयागराज, जेएनएन । राष्ट्र को ऐसे युवा शक्ति की हमेशा जरूरत रही है जो देश से प्रेम करता हो। उसके लिए बलिदान हो जाने की भावना रखता हो। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसी ही युवा शक्ति का नाम है। यह बात पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत के अधिवेशन के उद्घाटन अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कही।
एबीवीपी संगठन नहीं संस्कार, अनुशासन और क्रांति का प्रतीक
नगर के किशोरी सदन में हो रहे तीन दिवसीय इस आयोजन के पहले दिन निधि ने कहा कि जब जेएनयू में राष्ट्र विरोधी नारे लगे तो आगे आकर एबीवीपी ने ही विरोध किया। कश्मीर के युवाओं को उग्रवाद के रास्ते से हटाने में योगदान दिया। यह संगठन नहीं संस्कार, अनुशासन और क्रांति का प्रतीक है। राष्ट्रीय महामंत्री ने सीएए का जिक्र करते हुए कांग्रेस की साफ शब्दों में आलोचना की। कहा कि प्रताडि़तों को अपनाने का नारा महात्मा गांधी ने दिया था, यह कानून इसी नारे को साकार कर रहा है। गांधी जी की फोटो लगाकर राजनीति करने वाली कांग्रेस बापू की भी नहीं हुई। हिंसा में शामिल, इसे बढ़ावा देने वाले और इसके नाम पर राजनीति करने वाला हर व्यक्ति और संगठन देशद्रोही है।
आगे चलकर बड़े हस्ताक्षर बनते हैं इस संगठन में काम करने वाले
इस मौके पर संगठन के विश्वविद्यालय के प्रमुख श्रीहरि बोरिकर ने कहा कि एबीवीपी युवाओं और छात्रों की क्षमता और विशेषता को पहचान कर उन्हें अवसर प्रदान करता है। उनके अंदर देश प्रेम और नेतृत्व क्षमता का विकास करता है। इसमें काम करने वाले बहुत से लोग आगे चलकर बड़े हस्ताक्षर बनते हैं। निधि त्रिपाठी को राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व इनकी क्षमता को पहचान कर ही मिला है। इस मौके पर सांसद संगम लाल गुप्ता ने भी युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सही नेतृत्व से युवा शक्ति देश के लिए बहुत कुछ कर सकती है। प्रांत अध्यक्ष डा. अखिलेश पांडेय, स्वागताध्यक्ष श्याम लाल खंडेलवाल, मंत्री सुधांशु शेखर सिंह, संगठन मंत्री विजय प्रताप, जिला प्रचारक प्रवेश, नितिन, विभाग संचालक रमेश त्रिपाठी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री रमेश गडिय़ा, डॉ. बृजभानु सिंह, मुनीश कुमार, नगर प्रमुख रवि प्रकाश सिंह के साथ ही सुधांशु रंजन आदि ने भी सहभागिता की। छात्रों का उत्साह बढ़ाने के लिए पूर्व राज्य मंत्री अवधेश मिश्र, वरिष्ठ नेता गिरधारी सिंह, गणेश नारायण मिश्र, स्वामी नाथ शुक्ला, श्याम सुंदर टाऊ, डा. सौरभ पांडेय, विभाग प्रमुख डा. धर्मेद्र सिंह, राजेश सिंह, शिव शंकर सिंह आदि मौजूद रहे। अधिवेशन का संचालन सुधीर पाठक और अनुराग त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के संयोजन में रोशनी तिवारी, जिला संयोजक शिवम पांडेय समेत युवाओं की टीम लगी रही। परिषद गीत गायन के साथ ध्वजारोहण भी किया गया।
जारी किया गया अलर्ट
शुक्रवार को शहर का माहौल अचानक गरमाने पर प्रांत अधिवेशन में अलर्ट जारी कर दिया गया। पदाधिकारियों ने अधिवेशन में आए 16 जिलों के छात्र-छात्राओं से कहा कि वह सड़क पर न जाएं। कार्यक्रम स्थल पर ही रहें। इसके बाद वहां का कोई भी छात्र गेट के बाहर नहीं गया।
स्वामी करपात्री को किया नमन
कार्यक्रम स्थल पर बना सभागार स्वामी करपात्री के नाम पर किया गया है। स्वामी करपात्री नगर के नाम से आयोजन स्थल से अॢपत द्वार बनाया गया है। वक्ताओं ने मां बेल्हा देवी, सई नदी को भी नमन किया। बेल्हा की खासियत आंवले को भी भाषण में शामिल किया।
प्रदर्शनी पर टिकी निगाहें
कार्यक्रम स्थल पर संगठन द्वारा ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें महात्मा गांधी की 150वीं जयंती, गुरु नानक देव के जीवन मृत, जलिया वाला बाग कांड समेत कई प्रसंगों की झांकी है। इसे अतिथि और प्रतिभागी एक टक देखते रहते हैं।
नहीं आ सके केशव मौर्य
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को आज इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेना था, मगर वह अपरिहार्य कारणों से आ नहीं आ सके, जिसकी कमी कार्यकर्ताओं को खली।