युवाओं में भंग हो रहा Valentine वाला प्रेम, प्रसिद्ध गिफ्ट शाप में गुलाब और उपहारों की बिक्री में आई गिरावट
रेस्टोरेंट बिग बाजार पार्क सहित अन्य पर्यटन स्थल पर वो चहल-पहल नहीं है जो पिछले कई वर्षों मेेें देखी जाती रही। शहर के गिफ्ट शाप के संचालकों ने गुलाब और सुंदर उपहारों की बिक्री को लेकर घोर निराशा जताई है। सचिन ने बताया कि कोई वैलेंटाइन लहर नहीं है।
प्रयागराज, जेएनएन। सात फरवरी से 'वैलेंटाइन वीकÓ शुरु हो गए हैैं। ऐसे में उम्मीद थी कि शहर के युवा भी बढ़चढ़ के हिस्सा लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। रेस्टोरेंट, बिग बाजार, पार्क सहित अन्य पर्यटन स्थल पर वो चहल-पहल नहीं है जो पिछले कई वर्षों मेेें देखी जाती रही। शहर के गिफ्ट शाप के संचालकों ने गुलाब और सुंदर उपहारों की बिक्री को लेकर घोर निराशा जताई है। ऐसे में युवाओं ने वैलेंटाइन वीक पर अपने विचार साझा किए। पेेश है रिपोर्ट :
वास्तविक प्रेम के लिए हर दिन वैलेंटाइन डे है। जरूरी नहीं कि इस सप्ताह को सहर्ष मनाया जाय। हम सामान्य दिन की तरह इसे देख सकते हैैं। इसके नहीं मनाने से कोई भी सांस्कृतिक और वैचारिक पतन नहीं होगा।
प्रिया सिंह, छात्रा
फाइव जी के दौर में डिजिटली प्रेम का चलन बढ़ा है। ऐसे में आनलाइन गिफ्ट भेजना, गुलाब देना, लजीज व्यंजन आर्डर करना आदि चीजें हो रही है। हम इसे वैश्विक उत्सव के रूप में स्वीकार कर सकते हैैं।
राजीव यादव, छात्र
सही मायने में युवाओं का मोह अब वैलेंटाइन से भंग हो गया है। भीषण प्रतियोगिता के दौर में सात दिन का व्यर्थ हो जाना, किसी भी छात्र के लिए उचित नहीं है।
राधे मिश्र, छात्र
यह प्यार जताने के लिए नहीं बल्कि सप्ताह बर्बाद करने का उत्सव है। इन दिनों का प्रयोग सैन्य सुरक्षा बल सप्ताह के रूप में मना सकते हैं। 14 फरवरी शहीदों को समर्पित करके अपना प्रेम उनके प्रति दिखाना चाहिए।
ऋतिका पांडेय, छात्रा
बोले दुकानदार
सिविल लाइन स्थित शहंशाह फ्लोरिस्ट दुकान के मालिक आतिफ ने बताया कि लग ही नहीं रहा कि वैलेंटाइन वीक चल रहा है। रोज डे और प्रपोज डे बीत गया लेकिन दुकान में नाम मात्र की फूलों और उपहारों की बिक्री हुई।
एसएस फ्लावर दुकान के मालिक सचिन ने बताया कि कोई वैलेंटाइन लहर नहीं है। आम दिनों की तरह रोज डे के दिन भी बिक्री हुई। आने वाले दिनों मेें भी यही उम्मीद है।
इंटरनेट मीडिया पर चुटकुलों के तीर
- इंटरनेट मीडिया पर वैलेंटाइन डे पर खूब चुटकुलों के तीर छोड़े जा रहे हैैं। शहर के युवा भी हंसी भरी इमोजी भेज कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहें हैैं। एयूबीट मीडिया पेज पर लिखा था - बस आज प्रपोजल रिजेक्ट होने की देर है, फिर आराम से यूपीएससी निकल जाएगा।
- कल रोज डे था आज प्रपोज डे है, जब कल रोज दिया था तभी प्रपोज कर देते न..., ये सात दिन का नाटक जरूरी है क्या।
ये हैं सात खास दिन
- सात फरवरी : रोज डे
- आठ फरवरी : प्रपोज डे
- नौ फरवरी : चाकलेट डे
- 10 फरवरी : टैडी डे
- 11 फरवरी : प्रामिस डे
- 12 फरवरी : हग डे
- 13 फरवरी : किस डे
- 14 फरवरी : वेलेंटाइन डे