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खुशी मिली इतनी...बंदी तो जेल में, बहन की शादी में जेलर उपहार लेकर पहुंचे घर Prayagraj News

जेलर उसकी बहन की शादी में भाई बनकर जाएंगे। इस पर वह खुश हुआ और कहा कि साहब आप शादी में शामिल होने जाएंगे तो मेरे परिवार को काफी खुशी मिलेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 06:20 PM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 08:05 AM (IST)
खुशी मिली इतनी...बंदी तो जेल में, बहन की शादी में जेलर उपहार लेकर पहुंचे घर Prayagraj News
खुशी मिली इतनी...बंदी तो जेल में, बहन की शादी में जेलर उपहार लेकर पहुंचे घर Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन । वह कौशांबी जेल में बंद है, सजा काट रहा है। उसकी बहन की शादी तय हुई। पेरोल के लिए मांग की लेकिन पेरोल नहीं मिली। इससे वह दुखी था। शादी की तिथि भी आ गई, वह अंदर ही अंदर परेशान था। उसकी इस मनोदशा को समझकर जेलर आगे आए। वह खुद बंदी की बहन की शादी में पहुंचे और वर-वधू को आशीर्वाद देकर उपहार भी दिया। भाई के विवाह समारोह में शामिल न होने की कसक भी दूर हुई और उसके चेहरे पर मुस्‍कान दिखी।

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जेलर ने बंदी के गम को खुशियों में बदल दिया

इसे अनोखी शादी ही कहा जाएगा। सराय अकिल में एक दुल्हन अंजली की शादी तो हो रही थी लेकिन जेल में बंद भाई के न आ पाने के कारण वह बहुत खुश नहीं थी, तो जेल में परेशान भाई ने शादी में न जा पाने के गम में दिन में खाना नहीं खाया। लेकिन बात जेल अधिक तक पहुंची तो उन्‍होंने अपने बंदी के गम को जल्‍द खुशियों में बदल दिया। उन्‍होंने बंदी को बताया कि वह उसकी जगह भाई बनकर घर जाएंगे और बहन की शादी में शरीक होंगे।

बंदी की खातिर खुशियां लेकर उसके घर पहुंचे जेलर

ऐसे में जिला कारागार के अधीक्षक बीएस मुकुंद खुशियां लेकर बंदी के घर पहुंचे। उन्होंने जेल में बंद दुल्हन के भाई गुलाब से बात की। उसके बाद शाम को उपहार लेकर अंजली की शादी में भाई बनकर पहुंच गए। इसके बाद शादी समारोह में खुशियां दोगुनी हो गईं तो जेल में भाई ने भी कैदियों के साथ जश्न मनाया। जेल अधीक्षक की पहल पर उस शाम जेल मेें पूड़ी-मिठाई बनाई गई। इस तरह अंजली की शादी यादगार बन गई।

एक वर्ष से जेल में बंद है भाई

यह अनोखा वाकया तीन मार्च को हुआ। दरअसल, नगर पंचायत सराय अकिल के रामनारायण का बेटा गुलाब करीब एक वर्ष से कौशांबी कारागार में बंद है। उनकी बेटी अंजली की तीन मार्च को शादी थी। शादी में शामिल होने के लिए बंदी गुलाब की ओर से जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद समेत अन्य अफसरों को प्रार्थना पत्र भी दिया गया, लेकिन विचाराधीन बंदी होने के कारण उसे अपनी बहन की शादी में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली। इसकी वजह से वह काफी परेशान था। तीन मार्च को उसने दोपहर में खाना खाने से इन्कार कर दिया। इसकी जानकारी जेल अधीक्षक को हुई तो वह उससे मिले। उन्होंने उसे आश्वासन दिया कि वह उसकी बहन की शादी में भाई बनकर जाएंगे। इस पर वह खुश हुआ और कहा कि साहब आप शादी में शामिल होने जाएंगे तो मेरे परिवार को काफी खुशी मिलेगी।

भाई की तरफ से उपहार लेकर पहुंचे जेलर

अपने वादे के मुताबिक जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद तीन मार्च की शाम 6 बजे सराय अकिल पहुंचे। घरवालों को पूरी बात बताई तो घर वाले बहुत खुश हुए। उन्होंने शादी समारोह में शामिल होकर दुल्हन बनी अंजली को भाई के संदेश के साथ शुभकामनाएं और उपहार दिए।  अधीक्षक मुकुंद ने बताया कि इस शादी में शामिल होकर उन्हें भी बहुत खुशी मिली है।  

जेल में भी हुआ उत्सव

जेल अधीक्षक की पहल से खुश हुए बंदियों ने उस शाम खुशी में उत्सव मनाया। जेल अधीक्षक ने बताया कि तीन मार्च को जेल में पूड़ी-मिठाई बनाई गई। बंदियों ने नाच गाने के साथ गुलाब की बहन की शादी में खुशियां मनाई।


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