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जुगाड़ तंत्र ही आया काम, जेसीबी से गिराया मकान

कुंभ कार्य के तहत नगर के हिम्मतगंज में खतरे के मुहाने पर रहे चार मकानों को आखिरकार जेसीबी से गिरा दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 07:10 AM (IST)
जुगाड़ तंत्र ही आया काम, जेसीबी से गिराया मकान
जुगाड़ तंत्र ही आया काम, जेसीबी से गिराया मकान

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : हिम्मतगंज में खतरे के मुहाने पर रहे चारों मकानों को आखिरकार शनिवार की रात गिराया गया। एडीए, निगम, रेलवे और पुलिस अधिकारियों ने घंटों मशक्कत की। ये मशीन, वो मशीन मंगाई जाती रही। इंजीनियर इधर उधर दौड़ते रहे। जिन चार मकानों को ढहाया जाना था, उसमें चार मंजिला मकान भी था। उसकी ऊंचाई ज्यादा थी। ऐसे में 350 टन की क्रेन मंगाई गई। क्रेन के सहारे भारी गोले को मकान की छत पर छोड़ा गया। छत में छेद कर उसे क्रेन से तोड़ने की कोशिश हुई लेकिन सब फेल रहा। अंत में जुगाड़ तंत्र ही काम आया। अफसरों ने अतिक्रमण हटाने वाले दस्ते सरीखी कार्रवाई करते हुए जेसीबी मंगाई, उसी से मकान गिराया जाने लगा।

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आधी रात तक पुलिस, एडीए, रेलवे, एनडीआरएफ और प्रशासन की टीम वहीं मौजूद रही। उस रास्ते को पूरी तरह ब्लाक कर दिया गया था। मकान गिराने के दौरान आसपास के अन्य मकानों को भी खाली करा लिया गया। कुछ लोगों ने विरोध भी करना चाहा लेकिन एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने सभी को समझा कर शांत करा दिया। जेबीसी और क्रेन की मदद से पहले मकान के बाहरी हिस्से को धीरे धीरे तोड़ा गया। फिर मलबा खींच दूसरी दीवारों को गिराया गया। बता दें कि एडीए की टीम 18 सितंबर को हिम्मतगंज में खोदाई करने गई थी। इस दौरान चार घरों की नींव में पानी लग जाने से चारों मकान बैठ गए थे। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने आक्रोश था। डीएम ने आश्वासन दिलाया था कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ढाई लाख रुपये दिलाए जाएंगे, लेकिन पीड़ित परिवार 20 लाख रुपये की मुआवजे की मांग कर रहा था। शुक्रवार को फूलपुर के सपा सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल से मिला था। उन्होंने आश्वासन दिया था कि उनके साथ अन्याय नहीं होगा। शनिवार को सपा सांसद हिम्मतगंज गए थे। उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया था कि उनके मुआवजे की पूरी लड़ाई लड़ी जाएगी। पीड़ित परिवार का कहना है कि चारों मकान काफी पुराने हैं। जब मकान बने थे, तब एडीए की स्थापना भी नहीं हुई थे। इसलिए उसका नक्शा पास करने का कोई मतलब भी नहीं निकलता है।

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एडीए ने गिराया अवैध लॉज

जिस अवैध लॉज के लिए तेलियरगंज शिलाखाना निवासी सेवानिवृत्त दारोगा अब्दुल समद खां की हत्या हुई थी, शनिवार को इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) ने आखिरकार उस लॉज को गिरा दिया। तीन घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान लॉज का अगला हिस्सा गिरा दिया गया। बाकी हिस्सा मजदूरों से गिराया जाएगा। शिवकुटी थाना क्षेत्र के तेलियरगंज शिलाखाना निवासी सेवानिवृत्त दारोगा की हत्या के बाद से एडीए अवैध लॉज गिराने की कोशिश कर रहा था। एक बार एडीए की टीम भी गई थी, लेकिन फोर्स न मिलने के कारण टीम को बैरंग लौटना पड़ता था। शनिवार को दोपहर में एक बजे एडीए, पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। तीन घंटे की कार्रवाई के दौरान 25 कमरों की लाज को आगे से ढहाया गया। अब पीछे का हिस्सा बाकी है। जिससे मजदूरों से गिरवाया जाएगा।


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