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माघ मेला-2020 से पहले खुल जाएंगे अक्षयवट के द्वार Prayagraj News

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आम श्रद्धालुओं के लिए अक्षयवट खोले जाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद लगभग चार करोड़ रुपये से नए रास्ते का निर्माण कराया गया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 23 Nov 2019 04:48 PM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 01:17 PM (IST)
माघ मेला-2020 से पहले खुल जाएंगे अक्षयवट के द्वार Prayagraj News
माघ मेला-2020 से पहले खुल जाएंगे अक्षयवट के द्वार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन । माघ मेला के पहले ही किला स्थित पवित्र अक्षयवट के द्वार खुल जाएंगे। इसके लिए तैयारियां तेज हो गई हैैं। अक्षयवट तक जाने वाले मार्ग की सफाई हो गई है। अब शनिवार दोपहर संयुक्त टीम रास्ते का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण का उद्देश्य यह होगा कि प्राचीन किले की मुख्य और अंदर की दीवार के बीच में बने रास्ते में मरम्मत की आवश्यकता तो नहीं है।

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एक्‍सपर्ट टीम की हरी झंडी के बाद खुलेंगे द्वार

पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आम श्रद्धालुओं के लिए अक्षयवट खोले जाने की घोषणा की गई थी, जिसके बाद लगभग चार करोड़ रुपये से नए रास्ते का निर्माण कराया गया था। वह रास्ता बाढ़ में बंद हो गया था। एमएनएनआइटी की एक्सपर्ट टीम इसकी गहन जांच कर रही है। इसके अलावा एडीएम प्रशासन वीएस दुबे, मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र, एसपी प्रोटोकाल आशुतोष कुमार, पीडब्ल्यूडी व विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता भी टीम शामिल हैैं। इस टीम की हरी झंडी के बाद अक्षयवट के द्वार खोल दिए जाएंगे। मेलाधिकारी का कहना है कि किसी भी हालत में माघमेला के पहले अक्षयवट के दर्शन शुरू करा दिए जाएंगे।

मेले की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार

 माघ मेले की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। मेलाधिकारी ने बताया कि विद्युत विभाग ने पोल लगाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी ने भी पांटून पुलों के निर्माण व चकर्ड प्लेटों की सड़कों के निर्माण का काम तेज कर दिया है। जल निगम, स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग बाढ़ खंड और मेला प्रशासन के भी काम शुरू हो गए हैैं। बताया कि दलदल सूखने के बाद अब लेआउट फाइनल किया जा रहा है। वर्ष 2018 में जितना क्षेत्रफल था उससे दस फीसद क्षेत्र बढ़ाया गया है। सभी पांचों सेक्टर में तीन-तीन स्नान घाट बनाए जाएंगे। संगम नोज पर खास स्नान घाट होगा।

सेना माघ मेले तक नहीं करेगी कार्रवाई

परेड क्षेत्र में सेना अब माघमेले तक अवैध कब्जे को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। सेना के अफसरों ने बताया कि मेला के लिए जमीन प्रयागराज मेला प्राधिकरण को 400 एकड़ जमीन दे दी गई है। अब 31 मार्च तक कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। मेला के बाद अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू होगी। तब सरकारी पक्के निर्माण को कब्जे में लिया जाएगा और निजी पक्के निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा।


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