कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच गहराता जा रहा मारपीट का विवाद Prayagraj News
कौशांबी में कांग्रेस महासचिव के सामने कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक पक्ष समझौते के पक्ष में है जबकि दूसरा पक्ष आरोप लगा रहा है।
By Edited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 07:30 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 10:39 AM (IST)
प्रयागरा, जेएनएन। पड़ोसी जनपद कौशांबी के मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के ओसा स्थित कांशीराम गेस्ट हाउस में राष्ट्रीय महासचिव के सामने कांग्रेस के दो गुटों में मारपीट का मामला गंभीर होता जा रहा है। एक पक्ष दो-चार दिन में समझौता कराने की बात कर रहा है तो दूसरे पक्ष से पीड़ित रावेंद्र ने कहा कि मारपीट उनके साथ हुई है। इसमें पार्टी के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। समझौते की अफवाह फर्जी है।
सप्ताह भर पहले राष्ट्रीय महासचिव बाजीराव खाड़े ने गेस्ट हाउस में चुनावी समीक्षा बैठक की थी। इस बीच जिलाध्यक्ष पद के लिए भी सुझाव मांगा गया। इसे लेकर कार्यकर्ता व पदाधिकारी के दो गुट अलग-थलग हो गए और गाली-गलौज के बाद नौबत मारपीट तक पहुंच गई। जमकर हुए बवाल में दोनों पक्ष से कई लोग घायल हुए। गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्ष को शांत कराया था।
मामले में दोनों तरफ से तहरीर लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया। पार्टी की किरकिरी होने के चलते कुछ वरिष्ठ नेता दोनों पक्षों में समझौता कराना चाह रहे हैं। एसपी से भी मिलकर दोनों पक्षों में समझौता कराए जाने की बात की। इसकी जानकारी एक पक्ष से पीड़ित रवि प्रकाश रावेंद्र को हुई तो उन्होंने समझौते से साफ इन्कार कर दिया। साथ ही एसपी से मिलकर उन्हें पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि सुलह की बात अफवाह है। वह एससीएसटी आयोग से भी शिकायत करने जा रहे हैं। कार्रवाई के डर से दूसरा पक्ष भ्रमित कर रहा है। यह उनकी खुद की लड़ाई है और भविष्य में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
सप्ताह भर पहले राष्ट्रीय महासचिव बाजीराव खाड़े ने गेस्ट हाउस में चुनावी समीक्षा बैठक की थी। इस बीच जिलाध्यक्ष पद के लिए भी सुझाव मांगा गया। इसे लेकर कार्यकर्ता व पदाधिकारी के दो गुट अलग-थलग हो गए और गाली-गलौज के बाद नौबत मारपीट तक पहुंच गई। जमकर हुए बवाल में दोनों पक्ष से कई लोग घायल हुए। गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्ष को शांत कराया था।
मामले में दोनों तरफ से तहरीर लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया। पार्टी की किरकिरी होने के चलते कुछ वरिष्ठ नेता दोनों पक्षों में समझौता कराना चाह रहे हैं। एसपी से भी मिलकर दोनों पक्षों में समझौता कराए जाने की बात की। इसकी जानकारी एक पक्ष से पीड़ित रवि प्रकाश रावेंद्र को हुई तो उन्होंने समझौते से साफ इन्कार कर दिया। साथ ही एसपी से मिलकर उन्हें पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि सुलह की बात अफवाह है। वह एससीएसटी आयोग से भी शिकायत करने जा रहे हैं। कार्रवाई के डर से दूसरा पक्ष भ्रमित कर रहा है। यह उनकी खुद की लड़ाई है और भविष्य में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
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