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दीक्षा समारोह : नई शिक्षा नीति से पूरी होंगी देश की आकांक्षाएं : डा. महेंद्र नाथ

दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने दीक्षा भाषण में कहा देश की आकांक्षाओं को पूरा करने का अत्यंत महत्वपूर्ण माध्यम शिक्षा नीति और शिक्षा व्यवस्था होती है। नई शिक्षा नीति 2021 देश के विद्यार्थियों को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार ज्ञान और कौशल दोनों मोर्चे पर तैयार करेगी। यह अध्ययन के साथ सीखने की प्रक्रिया पर बल देती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 07:23 AM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 07:23 AM (IST)
दीक्षा समारोह : नई शिक्षा नीति से पूरी होंगी देश की आकांक्षाएं : डा. महेंद्र नाथ
दीक्षा समारोह : नई शिक्षा नीति से पूरी होंगी देश की आकांक्षाएं : डा. महेंद्र नाथ

जासं, प्रयागराज : दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने दीक्षा भाषण में कहा देश की आकांक्षाओं को पूरा करने का अत्यंत महत्वपूर्ण माध्यम शिक्षा नीति और शिक्षा व्यवस्था होती है। नई शिक्षा नीति 2021 देश के विद्यार्थियों को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार ज्ञान और कौशल दोनों मोर्चे पर तैयार करेगी। यह अध्ययन के साथ सीखने की प्रक्रिया पर बल देती है।

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डा. पांडेय ने कहा नई शिक्षा नीति में बिना दबाव के, बिना अभाव के और बिना प्रभाव के सीखने की लोकतांत्रिक मूल्यों को हमारी शिक्षा व्यवस्था को हिस्सा बनाया गया है। नई शिक्षा नीति में सभी भारतीय भाषाओं के संवर्धन को ध्यान में रखते हुए कहा गया है कि भाषाओं का शब्द भंडार अद्यतन होता है। उन्होंने बताया कि मैकाले की शिक्षा नीति में भारत के स्थान पर यूरोपीय हितों की पूर्ति हो रही थी। प्लेटो, अरस्तू, मैक्समूलर आदि तो पढ़ाए जाते थे लेकिन भारत के कपिल, कणाद, गौतम, भाष्कराचार्य, चाणक्य, पाणिनी, कात्यायन, पतंजलि, अगस्त्य जैसे दार्शनिकों, शिक्षाविदों की पूरी उपेक्षा हो रही थी। रज्जू भइया के नाम पर होगी शोध पीठ : कुलपति

जासं, प्रयागराज : कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि विवि की स्थापना प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) के नाम पर की गई है। ऐसे में विश्वविद्यालय इस महान विभूति के नाम पर एक शोधपीठ स्थापित करने के लिए कृत संकल्पित है। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा है। विश्वविद्यालय को समाज से जोड़ने के लिए शासन की ओर से प्रदत्त पंडित दीन दयाल उपाध्याय शोध पीठ का कार्य संचालित किया जा रहा है। पीठ में उनके जीवन से जुड़े सभी पक्षों को लेकर एक पुस्तकालय की स्थापना करने की योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। कुलपति ने विवि की तमाम उपलब्धियों और प्रगति को भी समारोह में प्रस्तुत किया। प्रशासनिक भवन का लोकार्पण

दीक्षा समारोह से पूर्व कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने विश्वविद्यालय के नए प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। अब जल्द ही प्रशासनिक अफसर इस नए भवन से ही कार्य करेंगे। अब तक विश्वविद्यालय के पास प्रशासनिक भवन नहीं था। समारोह के दौरान रज्जू भइया की आदमकद प्रतिमा का भी अनावरण किया गया।


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