जीवन जीने की कला सीख रहे टेक्नोक्रेट्स
जब आप पूर्ण रूप से स्वस्थ होते हैं तब आप न केवल शारीरिक रूप से अपितु मानसिक एवं भावात्मक रूप से भी स्वस्थ होते हैं। इसका तात्पर्य बीमारी की अनुपस्थिति नहीं है।
जासं, इलाहाबाद : जब आप पूर्ण रूप से स्वस्थ होते हैं तब आप न केवल शारीरिक रूप से अपितु मानसिक एवं भावात्मक रूप से भी स्वस्थ होते हैं। स्वास्थ का तात्पर्य बीमारी की अनुपस्थिति नहीं हैं। यह जीवन की गतिशीलता बताती है कि आप कितने खुशी, प्रेम और ऊर्जा से भरे हुए हैं। इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखकर मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) में नवप्रवेशियों को योग का नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अपनी सुविधा के अनुसार सुबह या शाम को विद्यार्थी योग प्रशिक्षकों से योग की बारीकियां सीख रहे हैं।
निदेशक प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि संस्थान में देशभर से नवयुवा प्रवेश लेते हैं। इनमें कई ऐसे भी होते हैं जो पहली बार घर व मां-बाप को छोड़कर संस्थान आते हैं। घर की सुख-सुविधाओं को छोड़कर आना भी उनको खलता है। छात्राओं के लिए यह विशेष रूप से कठिन होता है। ऐसे में कई बार छात्र-छात्राएं अपने उद्देश्य से भटकने लगते हैं। उनके तनावग्रस्त होने व एकांकी होने का खतरा रहता है। इसको ध्यान में रखकर नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को विशेषज्ञों से योग का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। योग व ध्यान करने वाले छात्र-छात्राएं उत्साह से इसमें भाग ले रहे हैं। प्रयोग के तौर पर शुरू किए गए इस कार्यक्रम को आगे बीटेक, एमटेक व एमबीए के छात्रों पर भी लागू किया जाएगा। उन्हें भी योग का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा ताकि वे प्रोफेशनल, पर्सनल व सोशल लाइफ में सामंजस्य स्थापित कर सकें।
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ये हैं योग के लाभ
मानसिक-शारीरिक शक्ति बढ़ती है। शरीर की टूट फूट से रक्षा, शरीर का शुद्ध होना, वजन में कमी, चिंता से राहत, प्रतिरोधक क्षमता में सुधार, ऊर्जा में वृद्धि आदि इसके फायदे हैं।
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ट्रिपलआइटी ने योग को एडऑन कोर्स में शामिल किया
योग के फायदे को देखते हुए भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ने योग को एडऑन कोर्स में शामिल किया है। पढ़ाई के अलावा कोई भी छात्र योग में प्रशिक्षण ले सकता है। इसे पूरा करने के बाद उसे सर्टिफिकेट भी मिलता है और उसे क्रेडिट भी दिया जाता है। इसका मार्कशीट में उल्लेख भी रहता है।