गुरु जी और अनुदेशक अब पौधों की करेंगे जियो टैगिंग Prayagraj News
2020 में जनपद में जितने भी पौधे रोपे गए हैं सभी की जियो टैगिंग कराई जाएगी। ऐसा इसलिए कि पौधरोपण की सच्चाई पता चले। आने वाले दिनों में यह भी देखा जाएगा कि कितने पौधे रोपाई के बाद बचे है और कितने नष्ट हो गए।
प्रयागराज,जेएनएन। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों व अनुदेशकों को अध्यापन के साथ नई जिम्मेदारी मिलने वाली है। उन्हें अब पौधों की जियो टैगिंग भी करनी होगी। इसके लिए बाकायदा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह निर्णय पिछले दिनों संगम सभागार में हुई बैठक में लिया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि 2020 में जनपद में जितने भी पौधे रोपे गए हैं सभी की जियो टैगिंग कराई जाएगी। यह कदम शासन के निर्देश पर उठाया जा रहा है। ऐसा इसलिए कि पौधरोपण की सच्चाई पता चले। आने वाले दिनों में यह भी देखा जाएगा कि कितने पौधे रोपाई के बाद बचे है और कितने नष्ट हो गए। उसके अनुसार हरियाली का स्तर बढ़ रहा है या नहीं। यदि नहीं तो उसकी वजह भी तलाशी जाएगी। अभी तात्कालिक तौर पर शिक्षकों व कम्प्यूटर के जानकार अनुदेशकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रत्येक ब्लाक से चार शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
पौधों की जियो टैगिंग के काम मे लगाए जाने वाले सभी शिक्षक व अनुदेशक प्रशिक्षित किये जायेंगे। इसके लिए प्रत्येक ब्लाक से चार चार शिक्षक-अनुदेशकों के नाम मांगे गए हैं। यह सूची प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी वन प्रभाग को उपलब्ध कराई जाएगी। शासन की तरफ से मिले प्रारूप पर ही सभी विकासखंड से नाम भेजे जाएंगे। इसमे विकासखंड का नाम, अध्यापक व अनुदेशक का नाम, पद नाम, विद्यालय का नाम और मोबाइल का नंबर भी देना होगा। यह सूचना हार्ड और साफ्ट कॉपी दोनो पर देनी होगी। सूची मिलने के बाद सभी शिक्षकों का प्रशिक्षण 3 दिसंबर को होगा। सभी शिक्षक व अनुदेशक प्रशिक्षण में शामिल हो इसकी जिम्मेदारी खंड शिक्षाधिकारी की होगी। उसके बाद सभी अधयापकों को अपने अपने कार्य क्षेत्र भी बताए जाएंगे। सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि 2020 में रोपे गये प्रत्येक पौधे की जियो टैगिंग अनिवार्य रूप से हो जाए। ऐसा करने से सभी पौधे का विवरण उपलब्ध रहेगा। उसकी निगरानी भी हो सकेगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यह कदम शासन के निर्देश पर उठाया जा रहा है। हरियाली अभियान को लक्ष्य तक पहुचाने, शासन के धन के सही प्रयोग व पर्यावरण को बेहतर करने के लिए किया जा रहा है। इसमें सहयोग करना सभी का दायित्व है।