करपात्री की जन्मभूमि से मंदिर आंदोलन को धार देंगे स्वामी स्वरूपानंद
अयोध्या जाते समय जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद प्रतापगढ़ में रुकेंगे। स्वामी करपात्री की जन्मभूमि से मंदिर आंदोलन को धार देंगे।
प्रयागराज : राम मंदिर उनकी जन्मभूमि अयोध्या में बनाने के लिए जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने शिलान्यास की घोषणा की है। वह अयोध्या जाते समय 17 फरवरी को स्वामी करपात्री जी महाराज की जन्मभूमि प्रतापगढ़ में एक रात प्रवास करेंगे। शहर में सभा को भी संबोधित करेंगे और सनातन धर्मावलंबियों के साथ मिलकर मंदिर आंदोलन को धार देंगे। मंत्रणा कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी देंगे।
शंकराचार्य का स्वागत प्रतापगढ़ सीमा पर होगा
इस आंदोलन के लिए गठित रामाग्रह यात्रा स्वागत समिति के संयोजक प्रतापगढ़ के धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुज दास बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य जी 17 फरवरी को चलेंगे और दोपहर करीब दो बजे प्रतापगढ़ पहुंचेंगे। उनका स्वागत जनपद की सीमा देल्हूपुर से लेकर विश्वनाथगंज, राजगढ़, भुपियामऊ और भंगवा चुंगी पर हजारों लोग करेंगे। इसके बाद वह चौक के पास किशोरी सदन में धर्म सभा को भी संबोधित करेंगे। इस दिन स्वामी करपात्री जी की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या का शुभ अवसर भी है।
रामानुज आश्रम में ठहरेंगे स्वामी स्वरूपानंद
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद रात में शिवजीपुरम कटरा रोड के रामानुज आश्रम में ठहरेंगे। वहां जनपद के सनातन धर्मी और साधु-संतों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में रामलला के मंदिर बनाए जाने को लेकर दिशा-निर्देश भी देंगे।
खुफिया तंत्र चौकन्ना
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के आंदोलन से प्रतापगढ़ के जुडऩे पर यहां का खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है। उनका कार्यक्रम आते ही पुलिस-प्रशासन की खुफिया इकाई लगातार आयोजन व स्वागत समिति के संपर्क में है। यात्रा के स्वरूप और साथ रहने वाले संतों आदि की जानकारी जुटाई जा रही है।