Kumbh mela 2019 : शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद की रामाग्रह यात्रा स्थगित, जानिए कारण
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की आज होने वाली रामाग्रह यात्रा स्थगित कर दी गई है। यह यात्रा शंकराचार्य ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के कारण यात्रा रोकी गई है।
कुंभनगर : जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने पुलवामा की घटना के बाद देश की बदली परिस्थितियों के मद्देनजर अपनी प्रस्तावित रामाग्रह यात्रा को स्थगित कर दिया है। शंकराचार्य ने कहा कि हम अपनी पूर्व से ही प्रस्तावित और परम धर्म संसद् 1008 द्वारा उद्घोषित अयोध्या श्री रामजन्मभूमि रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास का कार्यक्रम स्थगित करते हैं।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के माध्यम से जारी किया वक्तव्य
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने आज काशी के श्रीविद्यामठ से यात्रा के संयोजक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के माध्यम से जारी वक्तव्य के माध्यम से यह जानकारी दी। ज्ञात हो कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद कल बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के आइसीयू से काशी के केदार घाट स्थित श्रीविद्यामठ चले आए थे। वह अपनी रामाग्रह यात्रा में सम्मिलित होने के लिए आज प्रयाग रवाना होने वाले थे।
आज आने वाले थे प्रयागराज
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि शंकराचार्य आज प्रयाग जाने के लिए सन्नद्ध थे। उनसे उनका स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देकर यात्रा स्थगित करने या स्वरूप में बदलाव करने की प्रार्थना की जा रही थी। हालांकि वह तैयार नहीं हो रहे थे। आज सवेरे जब उनके प्रमुख शिष्य और सहयोगियों ने स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज, ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद, डॉक्टर श्रीप्रकाश मिश्र आदि के साथ उन्हें टेलीविजन में पुलवामा घटना और उसके बाद देश की परिस्थितियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। तब वह शांत हुए। कुछ देर बाद वाराणसी के जिलाधिकारी श्री सुरेंद्र सिंह ने भी यही अनुरोध किया तो उन्होंने कहा कि हम देश के साथ हैं। अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने पत्र लिखकर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेलीफोन कर इसी आशय का अनुरोध किया।
स्वरूपानंद ने कहा, देश की परिस्थिति के तहत यात्रा कुछ दिन के लिए स्थगित की है
इसके अनंतर पूज्य शंकराचार्य जी ने कहा है कि यद्यपि श्रीरामजन्मभूमि के संदर्भ में हमने जो निर्णय लिया है वह सामयिक और आवश्यक भी है तथापि देश में उत्पन्न हुई इस आकस्मिक परिस्थिति के आलोक में हम यात्रा को कुछ समय स्थगित करने का निर्णय ले रहे हैं।
कहा, शिलान्यास कार्यक्रम और रामाग्रह यात्रा जरूरी है
उन्होंने बताया कि रामाग्रह और शिलान्यास कार्यक्रम इसलिए भी आवश्यक है कि वर्तमान केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया है कि अधिग्रहित भूमि में से विवादित भूमि उनके मूल मालिकों को वापस की जाए, ताकि मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हो सके। उच्चतम न्यायालय ने भी केंद्र सरकार की इस अर्जी को मूल वाद से जोड़ दिया है। इस कदम से उस भूमि के सदा सदा के लिए हिंदुओं के हाथ से निकल जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है। कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं और जिनके लिए शताब्दियों से हिंदुओं ने संघर्ष किया है और न्यायालय से भी जिसे राम जन्मभूमि घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि श्रीराम को मनुष्य बुद्धि से देखकर उनका पुतला बनाने की जो योजना बनाई गई है वह भी और शास्त्रीय और सनातन धर्म और सनातन धर्मियों की भावना के विपरीत है।
प्रतापगढ़ में शंकराचार्य के आगमन की तैयारी थी
प्रयागराज से चलकर प्रतापगढ़ होते हुए अयोध्या जाने का जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद का कार्यक्रम स्थगित हो गया है। रविवार को दोपहर उनको प्रतापगढ़ आना था और शाम को सभा करनी थी। इसके लिए तैयारी हो गई थी। चौक के पास किशोरी सदन में मंच पंडाल माइक लग गया था। दोपहर में स्वागत समिति के संयोजक ओम प्रकाश पांडे को अधिकृत सूचना मिली कि पुलवामा हमले के कारण फिलहाल कार्यक्रम स्थगित हो गया है।