स्वदेशी जागरण मंच ने चीन से व्यापारिक समझौते का किया विरोध Prayagraj News
प्रांत सह संयोजक डॉ.वीके सिंह ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था न्यूनतम पायदान पर है। ऐसे में चीन के साथ व्यापारिक रिश्ते देश के उद्योग को और समाप्ति की ओर ले जाएंगे।
प्रयागराज,जेएनएन : स्वदेशी जागरण मंच ने चीन के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने व नवंबर के पहले सप्ताह में इस पर हस्ताक्षर करने के सरकार के निर्णय का विरोध किया है। मंच इसके खिलाफ 20 अक्टूबर तक आंदोलन चलाएगा। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा गया।
इस दौरान प्रांत सह संयोजक डॉ.वीके सिंह ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था न्यूनतम पायदान पर है। ऐसे में चीन के साथ व्यापारिक रिश्ते देश के उद्योग को और समाप्ति की ओर ले जाएंगे। चीन के साथ व्यापारिक समझौता किसी भी तरह से हितकारी नहीं है। अगर सरकार ने ऐसा किया तो यह देश की जनता के साथ सरकार धोखा करेगी। सरकार को यह समझौता किसी कीमत पर भी नहीं करना चाहिए।
विभाग संयोजक कैप्टन मुकेश ने कहा कि आरएसएस का भी मानना है कि भारत जैसे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि, सूक्ष्म, लघु एवं गृह उद्योग हैैं। सरकार अपनी आर्थिक विफलताओं को छिपाने के लिए सरकारी उपक्रमों का निजीकरण, एफडीआइ, पूंजीवाद, चीन के साथ व्यापारिक समझौता देश की जनता के साथ धोखा है। स्वदेशी जागरण मंच के लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी भी की। ज्ञापन देने वालों में पंकज कुमार, जय प्रकाश गुप्ता, बृजेंद्र मणि, वंदना शर्मा, अवनीश मोहन शर्मा, आभा सिंह, रंजना मिश्रा, गंगेश नारायण पांडेय, पवन त्रिपाठी, किरन शर्मा, अमित सिंह आदि शामिल थे।