Fun Day : माघ मेले में संडे को संगम क्षेत्र में उमड़ी भीड़, हर ओर जाम Prayagraj News
माघ मेला में रविवार को भीड़ उमड़ पड़ी है। सूनी पड़ी दुकानों में चहल-पहल बढ़ दुकानदारी अच्छी होने पर दुकानदारोंं के चेहरे खिल उठे। वहीं मेेेेले में झूले पर बच्चों की भीड़ है।
प्रयागराज, जेएनएन। संगम तट पर चल रहे माघ मेले में रविवार को कोई विशेष स्नान पर्व नहीं है। खिली धूप के बीच सुहावने मौसम में नजारा किसी स्नान पर्व जैसा ही है। रविवार की छुट्टी और खिली धूप में शहर के लोग परिवार के साथ संगम की ओर बढ़े तो भीड़ से मेला प्रशासन परेशान हो उठा। फौरन गाड़ियां रोकी जाने लगीं। फिर भी लोग संगम पहुंचे और त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई। मेले में खरीदारी के साथ परेड मैदान में लगे झूलों पर बच्चों ने मस्ती की। मेले के इंट्री प्वाइंट पर जाम लगा रहा।
गंगा स्नान और दर्शन-पूजन के साथ सैर-सपाटा भी
रविवार को अवकाश के दिन संगम पर भीड़ धूप खिलने के साथ ही सुब से ही नजर आने लगी। शहर और आसपास के लोग परिवार के साथ त्रिवेणी तट पर आए हैं। दिन भर माघ मेला के विशाल क्षेत्र में भ्रमण, साधु-संतों के आश्रमों में उनका आशीर्वाद लेने के साथ ही खाना, नाश्ता का भी लोगों का प्रोग्राम है। लोग सैर-सपाटा के साथ गंगा स्नान और दर्शन-पूजन भी कर रहे हैंं। माघ मेला क्षेत्र पिकनिक स्पॉट बन गया है।
अचानक बढ़ी भीड़ को देख मेला प्रशासन परेशान
रविवार के दिन माघ मेला क्षेत्र में अचानक बढ़ी भीड़ को देखकर मेला प्रशासन हैरान और परेशान हो गया। सुबह से तो मेला क्षेत्र में वाहनों को जाने दिया जा रहा था। वहीं भीड़ बढ़ी तो मेला प्रशासन ने वाहनों के प्रवेश को मेला क्षेत्र में रोक दिया। हालांकि तब तक काफी संख्या में वाहन मेला क्षेत्र में पहुंच चुके थे।
मेला क्षेत्र से लेकर शहर की सड़कों पर जाम ही जाम
मेला क्षेत्र में बढ़ी भीड़ से जाम दिन भर जाम की स्थिति भी रही। मेला क्षेत्र में त्रिवेणी मार्ग, गंगोली शिवाला मार्ग, मोरी, अन्नपूर्णां, अक्षयवट मार्ग, रामानंद मार्ग पर जाम की स्थिति रही। वहीं मेला क्षेत्र से बाहर सोहबतिया बाग, अलोपीबाग, मधवापुर, बैरहना, तुलारामबा की सड़कें भी वाहनों और लोगों की भीड़ से पटी रहीं। आलम यह था कि जो वहां फंस गया, कई घंटे के चक्रव्यूह से निकल ही नहीं सका।
यातायात व्यवस्था ध्वस्त दिखी
भीड़ और वाहनों के जाम को हटाने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस या ट्रैफिक सिपाही नजर नहीं आए। जो कुछ थे भी वह असहाय ही बने रहे। भीड़ बढ़ी तो बाद में रास्तों को वन वे कर दिया गया, लेकिन तब तक जाम की स्थिति बिगड़ चुकी थी।
दुकानदारों के चेहरे खिले
यूं तो वसंत पंचमी के बाद माघ मेला क्षेत्र में चहल-पहल कम होने लगी थी। दुकानदार खाली बैठे रहते थे। वहीं रविवार की अचानक बढ़ी भीड़ को देख उनके चेहरे खिल उठे। एक बार फिर उनकी दुकानों पर भीड़ जुटने लगी। सामानों की जमकर लोगों ने खरीदारी भी की। वहीं मेला क्षेत्र में लगे झूलों पर बच्चों की भीड़ जुटी।