AU के चीफ प्राक्टर को बदनाम करने के लिए आत्महत्या का ड्रामा, फर्जी सुसाइड नोट भी किया वायरल
खुद को विश्वविद्यालय में एलएलबी का छात्र बताने वाले एक युवक ने कमरे में कपड़े का फंदा बनाया। मास्क लगे चेहरे वाले गर्दन में फंदे को फंसाकर तस्वीर खिंचवाई। इसके बाद उस फोटो को इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल कर दिया गया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इवि) के चीफ प्राक्टर प्रो. हर्ष कुमार को बदनाम करने के लिए एक छात्र ने आत्महत्या का ड्रामा किया। इतना ही नहीं, फर्जी सुसाइड नोट भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया। कतिपय एलएलबी छात्रों की इस हरकत से परेशान चीफ प्राक्टर ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। अब पुलिस इस प्रकरण में दोषी छात्रों के खिलाफ एक्शन की तैयारी में है।
चेहरे पर मास्क लगाकर फंदे से लटकने की तस्वीर और सुसाइड नोट किया वायरल
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा कराए जाने के निर्णय का विरोध पिछले कई दिनों से एलएलबी के छात्र कर रहे हैं। वह परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर भी कर रहे हैं। बताया गया कि खुद को विश्वविद्यालय में एलएलबी का छात्र बताने वाले एक युवक ने कमरे में कपड़े का फंदा बनाया। मास्क लगे चेहरे वाले गर्दन में फंदे को फंसाकर तस्वीर खिंचवाई। इसके बाद उस फोटो को इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल कर दिया गया। तस्वीर के साथ एक फर्जी मार्मिक सुसाइड नोट भी वायरल किया गया, जिसमें लिखा गया कि एलएलबी के छात्र प्रमोशन की भीख मांग रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन पाठ्यक्रम और समय में कटौती करके छात्रों को परेशान कर रहा है।
फर्जी सुसाइड नोट में जानिए क्या क्या लिखा था
फर्जी सुसाइड नोट में चीफ प्राक्टर पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए यह भी लिखा गया कि छात्र के कोई भी कदम उठाने के लिए प्राक्टर जिम्मेदार होंगे। इससे आहत चीफ प्राक्टर ने कहा कि किसी छात्र और अज्ञात युवकों द्वारा उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। आत्महत्या के प्रयास की तस्वीर और पत्र को वायरल किया गया है। विश्वविद्यालय में परीक्षा संबंधी निर्णय परीक्षा समिति करती है, जिसका सदस्य प्राक्टर नहीं होता है। प्राक्टर विश्वविद्यालय में अनुशासन संबंधी कार्य करता है। फर्जी पोस्ट के जरिए विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने की योजना है। फिलहाल एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि एलएलबी के अज्ञात छात्रों के विरुद्ध मुकदमा कायम कर जांच की जा रही है।