इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मानद उपाधि के विरोध में छात्रों ने गृहमंत्री को लिखा पत्र Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मानद उपाधि के विरोध में छात्र मुखर हो उठे हैं। संयुक्त संघर्ष समिति ने गृहमंत्री को लिखा पत्र है। छात्रसंघ की बहाली की मांग को लेकर छात्र धरने पर हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली की मांग पर अड़े छात्रों ने संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बैठक की। इसके बाद इविवि के दीक्षा समारोह में डीजीपी ओपी सिंह को मानद उपाधि दिए जाने के विरोध में केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में छात्रों ने बताया कि डीजीपी का अपनी सेवाकाल के दौरान कोई भी उपहार या मानद उपाधि ग्रहण करना सेंट्रल सिविल सर्विसेज (कंडक्ट रूल्स 1964 सेक्शन-13) के विपरीत है।
गृहमंत्री को लिखे पत्र में छात्रों ने दिया यह तर्क
छात्रों का कहना है कि जिन परिस्थितियों में जिला न्यायालय के निर्देशानुसार कुलपति द्वारा की गई प्रवेश धांधली के मामले की जांच एसएसपी कर रहे हों, ऐसे में डीजीपी का परिसर में पहुंचकर मानद उपाधि ग्रहण करना जांच को प्रभावित कर सकता है। संयुक्त संघर्ष समिति ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को भी पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि राज्यपाल को किसी ऐसे समारोह में विशिष्ट अतिथि बना देना, जिसमें कोई गैर संवैधानिक पद वाला व्यक्ति मुख्य अतिथि हो, यह राज्यपाल की महिमा और गरिमा के विपरीत है।
छात्रसंघ बहाली को लेकर छात्रों का धरना जारी
छात्रसंघ बहाली को लेकर छात्रों का धरना जारी है। धरना स्थल पर युवा मंच का एक प्रतिनिधि मंडल संयोजक राकेश सचान व अनिल सिंह के नेतृत्व में छात्रसंघ बहाली का समर्थन किया। समर्थन के लिए निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव व महामंत्री शिवम सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव, पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा, निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, उपमंत्री सत्यम सनी, अजीत विधायक, अतेंद्र सिंह, अरविंद सरोज, अविनाश विद्यार्थी, अनुभव सिंह, अक्षय क्रांतिवीर, चंद्रशेखर अधिकारी आदि मौजूद रहे।