COVID-19 महामारी में लोगों की मदद को बढ़े हाथ, अखिल भारतीय विद्याथी परिषद से जुड़े छात्र बने मसीहा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री शिवम ने बताया कि कोरोना वायरस को हराने के लिए सैनिटाइजेशन ही सबसे कारगर है। इस लिहाज से वह एक बैग कंधे पर लादकर सुबह निकल पड़ते हैं। उनके साथ कई अन्य सहयोगी भी रहते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को मात देने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) मदद की पोटली लेकर उतरा है। छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री शिवम सिंह और शरद शंकर की अगुवाई में प्रयागराज के अलग-अलग जगहों पर मदद कार्य अंजाम दिया जा रहा है।
सैनिटाइजेशन से हारेगा वायरस
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री शिवम ने बताया कि कोरोना वायरस को हराने के लिए सैनिटाइजेशन ही सबसे कारगर है। इस लिहाज से वह एक बैग कंधे पर लादकर सुबह निकल पड़ते हैं। उनके साथ कई अन्य सहयोगी भी रहते हैं। यह सभी अलग-अलग जगहों पर सैनिटाइजेशन करते हैं। इविवि परिसर के अलावा हॉस्टलों को सैनिटाइज कर चुके हैं। अब दूसरे जगहों पर यह कार्य किया जा रहा है।
सूरज ढलते ही बांटते हैं खाद्य पैकेट
शिवम ने बताया कि दिनभर सैनिटाइजेशन के बाद वह खाद्य सामग्री लोगों में बांटने निकल पड़ते हैं। इसके तहत वह गरीबों के अलावा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचते हैं। महामारी के दौर में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहे। जिनके पास थे वह बंद हैं। इस लिहाज से वह भूखों सोने के लिए मजबूर हैं। ऐसे में शिवम ने दरियादिली दिखाते हुए इनके पेट भरने की ठानी। अब वह इसमें काफी हद तक सफल भी हैं।
उनके चैन के लिए एबीवीपी बेचैन
शिवम ने बताया कि यदि भूखों सोने वाले पैकेट पाने के बाद चैन से सो सकते हैं। तब उनके लिए मेरा बेचैन रहना ही सही है। शिवम कहते हैं इस पहल से काफी आत्म संतुष्टि मिल रही है। सुबह होते ही वह इस प्रक्रिया में लग जाते हैं। यह सब टीम की बदौलत सम्भव हो पा रहा है।