Allahabad University: आफलाइन कक्षाओं के लिए जुटे छात्र तो बुला ली गई पुलिस फोर्स
छात्रों का आरोप है कि जब वह कुलपति कार्यालय पर ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो यहां चीफ प्राक्टर ने उन्हें विश्वविद्यालय का छात्र मानने से इनकार कर दिया। परिचय पत्र दिखाने पर भी वह छात्रों से वार्ता को तैयार नहीं हुए। चीफ प्राक्टर ने छात्रों को धमकाया फिर फोर्स बुला ली
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में आफलाइन कक्षाओं के संचालन और केंद्रीय पुस्तकालय खोलने की मांग अब तेज हो गई है। बड़ी तादाद में छात्र बुधवार को छात्रसंघ भवन पर जुटे तो पुलिस फोर्स बुला ली गई। यहां छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की फिर परिसर में जुलूस निकाला। हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया।
धमकाने का लगाया चीफ प्राक्टर पर आऱोप
छात्रों का आरोप है कि जब वह कुलपति कार्यालय पर ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो यहां चीफ प्राक्टर ने उन्हें विश्वविद्यालय का छात्र मानने से इनकार कर दिया। परिचय पत्र दिखाने पर भी वह छात्रों से वार्ता को तैयार नहीं हुए। चीफ प्राक्टर ने छात्रों को धमकाया फिर फोर्स भी बुला ली। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप पर उन्होंने ज्ञापन लिया और 15 दिन के भीतर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद छात्र रवाना हुए। छात्रों की तरफ से आयोजित चेतावनी सभा का संचालन कर रहे दिशा छात्र संगठन के अविनाश ने कहा विश्वविद्यालय प्रशासन जानकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। जब पूरे देश में शापिंग माल, कोचिंग सेंटर, बाजार आदि खुल चुके हैं तो विश्वविद्यालय बंद रखने का कोई कारण समझ में नहीं आता। प्रतियोगी परीक्षाएं करीब हैं और इस वक्त विश्वविद्यालय बंद होने से छात्रों का काफी नुकसान हो रहा है।
कोरोना का तो बहाना है
बीएससी के छात्र शुभम ने कहा बीएचयू, डीयू आदि विश्वविद्यालय खुलने लगे हैं। छोटे बच्चों के स्कूल खुल चुके हैं। ऐसे में कोरोना का बहाना बनाकर विश्वविद्यालय आनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहा है। इस दौरान चंद्रप्रकाश, अवंतिका, वेद, शिवा, हेमंत आदि उपस्थित रहे। वहीं, छात्रसंघ बहाली को लेकर छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में अनशनरत छात्रों ने भी जल्द आफलाइन कक्षाओं के संचालन की मांग की। साथ ही प्रवेश प्रक्रिया में देरी पर नाराजगी जताई। इस दौरान नवनीत यादव, हरेंद्र यादव, राहुल पटेल, आशीष अतरौलिया, प्रकाश सिंह, दुर्गेश सिंह, अभिषेक यादव आदि उपस्थित रहे।
चीफ प्राक्टर का है कहना
धमकी देने का आरोप मनगढ़ंत और निराधार है। पुलिस पहले से तैनात थी। छात्रों की तरफ से ज्ञापन लेने के बाद बताया गया कि संचालन कर रही छात्रा कानपुर विश्वविद्यालय की है।
- प्रोफेसर हर्ष कुमार, चीफ प्राक्टर।