प्रतापगढ़ में कंप्यूटर बिषय के अध्ययन में छात्र-छात्राएं नहीं ले रहे रूचि
शासन द्वारा एडेड माध्यमिक स्कूलों में 10-10 कम्प्यूटर दिए हैं। इसके बाद भी छात्र इसकी पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। कंप्यूटर विषय में छात्रों की अरुचि से डिजिटल इंडिया को ब्रेक लगा रहा।
प्रतापगढ़,जेएनएन। कोरोना के चलते शासन बच्चों को आनलाइन शिक्षा देने पर जोर दे रहा है। लेकिन छात्र के साथ अभिभावक इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो बच्चे कंप्यूटर विषय के साथ पढ़ाई करने से दूर भाग रहे हैं। देश तेजी के साथ डिजिटल की ओर बढ रहा है। हर हाथ में स्मार्ट फोन व हर घर में लैपटाप पहुंच गया है। शासन की योजनाओं से लेकर बैंको में लेनदेन कंप्यूटर के माध्यम से हो रहा है। प्राइवेट सेक्टर में भी कम्प्यूटर पर ही काम हो रहा है। इन दिनों प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक आनलाइन पढाई भी हो रही है। इसके बाद भी छात्रों में कम्प्यूटर विषय के प्रति रुझान देखने को नहीं मिल रहा है।
स्कूलों में नहीं हैं कंप्यूटर के शिक्षक
कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। लेकिन कंप्यूटर विषय से छात्र पढ़ाई में रुचि नहीं रख रहे है। हाईस्कूल में वैकल्पिक विषय में अंग्रेजी , संस्कृत, चित्रकला, कम्प्यूटर में किन्हीं दो विषयों की पढ़ाई एक साथ करनी है। शासन द्वारा एडेड माध्यमिक स्कूलों में 10-10 कम्प्यूटर दिए हैं। इसके बाद भी छात्र इसकी पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। कंप्यूटर विषय में छात्रों की अरुचि मोदी के डिजिटल इंडिया को ब्रेक लगा रही है। इस बारे में छात्रों का कहना है माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर के अध्यापक ही नहीं है, जिससे पढ़ाई नहीं हो पाती। वहीं इस विषय में नंबर भी काफी कम मिलता है। इससे परिणाम प्रभावित होता है।
छात्रों ने नहीं दिखाई रुचि तो खत्म हो जाएगी बिषय की मान्यता
वहीं बृजेंद मणि इंटर कालेज कोहंड़ौर के प्रधानाचार्य हरिश्चंद श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के कालेजों में पढऩे वाले छात्र वैकल्पिक विषय के रुप में कंप्यूटर विषय का चयन नहीं कर रहे हैं। अगर बच्चों का इस विषय के प्रति रुझान नहीं हुआ तो बोर्ड से इस विषय की मान्यता समाप्त हो जाएगी।