Move to Jagran APP

अध्यक्ष ने तोड़ा छात्रसंघ भवन का ताला

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन का ताला गुरुवार को छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने तोड़ दिया। कक्ष को जबरने कब्जे में ले लिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Aug 2018 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 24 Aug 2018 07:00 AM (IST)
अध्यक्ष ने तोड़ा छात्रसंघ भवन का ताला
अध्यक्ष ने तोड़ा छात्रसंघ भवन का ताला

जासं, इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन का ताला गुरुवार को छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने तोड़ दिया और जबरन अध्यक्ष का कक्ष अपने कब्जे में ले लिया। इस आशय की शिकायत 13 अगस्त को छात्रसंघ चुनाव 2018 के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त हुए प्रो. आरके उपाध्याय ने की है। चुनाव अधिकारी ने भी अध्यक्ष के कमरे में अपना ताला लगा दिया है।

loksabha election banner

प्रो. आरके उपाध्याय ने प्रभारी निरीक्षक थाना कर्नलगंज को पत्र देकर कहा है कि 21 अगस्त को डीन स्टूडेंट वेलफेयर द्वारा लिखे गए पत्र में इस बात की मांग की गई थी कि छात्रसंघ भवन पर पर्याप्त सुरक्षाबल तैनात कर दिया जाए। छात्रसंघ चुनाव अधिकारी की नियुक्ति हो चुकी है और चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। छात्रसंघ भवन ही चुनाव कार्यालय होता है। ऐसे में अब वहां से छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी किसी भी प्रकार का राजनैतिक कार्यक्रम न कर पाएं। गुरुवार को छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने साथियों के साथ छात्रसंघ अध्यक्ष के कमरे का ताला तोड़ दिया। अवनीश यादव के इस कृत्य से चुनाव प्रक्रिया बाधित होगी। चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही साथ कैंपस व छात्रावासों में अराजकतत्व सक्रिय हो गए हैं। पत्र की कॉपी जिलाधिकारी व एसएसपी समेत बड़े प्रशासनिक अधिकारियों को भी की गई है।

ताला टूटने के संबंध में चुनाव अधिकारी प्रो. आरके उपाध्याय ने कहा कि गर्मी का अवकाश शुरू होने के साथ ही साथ छात्रसंघ का सत्र समाप्त हो जाता है। ऐसे में छात्रसंघ भवन स्वत: ही पदाधिकारियों को खाली कर देना चाहिए। अब जबकि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, छात्रसंघ भवन पर चुनाव कार्यालय बना दिया गया है। ऐसे में अवनीश यादव द्वारा ताला तोड़ना निंदनीय है। छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव का कहना है कि अभी तो चुनाव की तिथि भी नहीं आई है। प्रवेश चल रहा है। ऐसे में छात्रसंघ भवन पर ताला लगाने का क्या मतलब है। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों की मंशा है कि मैं कोई आंदोलन न कर सकूं पर आंदोलन जारी रहेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.