अरे ये क्या हुआ, प्रयागराज की आंगनबाड़ी में प्रार्थना करते वक्त चक्कर आने से गिरा बुखार पीड़ित छात्र
शिवकुटी निवासी रिक्शा चालक विजय कुमार का 10 वर्षीय बेटा शेखर बाबू बुधवार दिन में करीब 11 बजे आंगनबाड़ी में पढऩे के लिए गया था। वहां प्रार्थना कराई जा रही थी वहीं खड़े-खड़े बुखार से तपने लगा और चक्कर आने पर गिर गया
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शिवकुटी, गोविंदपुर, चिल्ला बस्ती में डेंगू के साथ ही वायरल बुखार लोगों की बड़ी परेशानी बनता जा रहा है। इसकी चपेट में कई बच्चे भी आ रहे हैं। शिवकुटी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में पढऩे गया 10 वर्षीय एक छात्र प्रार्थना करते-करते चक्कर आने की वजह से गिर गया। उसके पड़ोस में रहने वाली 15 वर्षीय दो बालिकाओं को भी बुखार हो गया। इन सभी को स्वजन ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। स्थानीय लोगों ने साफ-सफाई और दवा का छिड़काव सही से न होने प असंतोष जाहिर किया।
बुखार से तपा और गिरा तो ले जाया गया अस्पताल
शिवकुटी निवासी रिक्शा चालक विजय कुमार का 10 वर्षीय बेटा शेखर बाबू दिन में करीब 11 बजे आंगनबाड़ी में पढऩे के लिए गया था। वहां प्रार्थना कराई जा रही थी, वहीं खड़े-खड़े बुखार से तपने लगा और चक्कर आने पर गिर गया। सूचना दिए जाने पर अभिभावक पहुंचे और बेटे को फौरन तेलियरगंज स्थित एक अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। विजय के अनुसार उसके पड़ोस में रहने वाले झब्बू और प्रमोद कुमार की बेटियों को भी बुखार हो गया है। चिल्ला बस्ती में बुधवार को बुखार से ग्रसित कई लोग एक स्थानीय निजी क्लीनिक पहुंचे। वहां डाक्टर ने देखा और दवा लिख दी।
घर-घर में फैल रहा है टायफाइड और मलेरिया
यही हाल गोविंदपुर का भी है। घर-घर लोगों को टायफाइड और मलेरिया बुखार है। कुछ महिलाओं, बच्चों को डायरिया भी हो गया है। घरों में सरकारी नल से पानी दूषित आ रहा है। आसपास कहीं कूड़े के ढेर बारिश में भीग गए हैं, उनसे दुर्गंध उठ रही है। कहीं नालियों में जमे पानी में मच्छर पनप रहे हैं, कहीं असुरक्षित खानपान सामग्री खाने से लोग बीमार हो रहे हैं। इन सभी इलाकों में सीजनल बीमारियों के हालात दिन-ब-दिन खराब हो रहे हैं और बीमारी की रोकथाम के लिए जिम्मेदार विभागों की अनदेखी से स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नानक सरन ने कहा है कि स्वास्थ्य टीमों से सर्वेक्षण कराया जा रहा है। दवाएं दी जा रही हैं और सरकारी अस्पतालों में भी इलाज की उचित व्यवस्था है। लोग अपने घरों में सफाई रखें व कहीं भी पानी का ठहराव न होने दें।