प्रयागराज के ई-रिक्शा चालक सावधान हो जाएं वरना आय प्रभावित होगी, नियम तोड़ा तो वाहन भी हो सकता है सीज
ई-रिक्शा बैटरी चलित वाहन है। एक बार चार्ज करने में यह 10-12 घंटे चलता है। बैटरी जैसे-जैसे पुरानी होती है वैसे-वैसे इसकी क्षमता कम हो जाती है। जिस कारण जहां यातायात विभाग के सिग्नल लगे होते हैं वहां ये आगे निकलने की होड़ में सभी नियमों को तोड़ देते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। जाम की समस्या तो शहर में पहले ही तरह नहीं है। हालांकि जहां अब भी यह समस्या अक्सर उत्पन्न होती है, उसके पीछे ई-रिक्शा चालक हैं। ऐसा यातायात विभाग का मानना है। ये ई-रिक्शा चालक सभी नियमों को तोड़ते हुए एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में आड़े-तिरछे तरीके से वाहनों को खड़ा कर देते हैं, जिस कारण जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे में अब बेहताशा तीव्र गति और आड़े तिरछे तरीके से ई-रिक्शा खड़ा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। चालक को तो चालान काटा जाएगा, जबकि उनका ई-रिक्शा सीज किया जााएगा।
बैटरी न खत्म हो जाए, इसलिए करते हैं ऐसा
ई-रिक्शा बैटरी चलित वाहन है। एक बार चार्ज करने में यह 10-12 घंटे चलता है। बैटरी जैसे-जैसे पुरानी होती है, वैसे-वैसे इसकी क्षमता कम हो जाती है। जिस कारण जहां यातायात विभाग के सिग्नल लगे होते हैं, वहां ये आगे निकलने की होड़ में सभी नियमों को तोड़ देते हैं। यही नहीं मुख्य सड़क के स्थान पर ये गलियों से भी निकलने की कोशिश करते हैं, जिस कारण वहां भी जाम की समस्या खड़ी करते हैं।
शुरूआत में पुलिस ने की थी सख्त कार्रवाई
ई-रिक्शा की संख्या में वृद्धि होने पर करीब दो वर्ष पहले यातायात विभाग ने इन पर कड़ी कार्रवाई की थी। बड़ी संख्या में ई-रिक्शा को पकड़ा गया था। हालांकि, बाद में सभी को चेतावनी देते हुए छोड़ा गया। इसके बाद फिर यातायात विभाग ने बिना नंबर वाले ई-रिक्शों को पकड़ना शुरू किया था, जिससे सड़क पर इनकी संख्या बेहद कम हो गई थी। लेकिन बाद में संभागीय परिवहन विभाग से नंबर लेने के बाद ये भी सड़क पर पुराने ढर्रे की तरह ही दौड़ने लगे।
यातायात निरीक्षक बोले, नियमों को तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा
यातायात निरीक्षक आरके सिंह का कहना है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में वैसे भी ई-रिक्शा ले जाने पर रोक है। साथ ही यह भी देखने में आता है कि कुछ ई-रिक्शा चालक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।