राहत की खबर, त्योहार पर सरसों तेल, पामोलीन व रिफाइंड आदि खाद्य तेलों की स्टाक लिमिट बाध्य नहीं
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि खाद्य तेलों की स्टाक लिमिट के मसले पर फिलहाल प्रशासन द्वारा ढील दी गई है। इसकी वजह से व्यापारियों द्वारा भरपूर माल भी मंगाया जा रहा है और बिक्री भी अच्छी हो रही है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। केंद्र सरकार की ओर से खाद्य तेलों की स्टाक लिमिट तय कर दिए जाने से प्रदेश सरकार ने भी उसे लागू कर दिया है। पिछले दिनों प्रमुख सचिव खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्टाक लिमिट को लेकर सख्ती बरतने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए थे। इससे थोक व्यापारी बहुत परेशान हो उठे थे। डरकर कारोबारियों ने अपने गोदाम खाली करने लगे थे। त्योहार के कारण फिलहाल स्टाक लिमिट में प्रशासन की ओर से ढिलाई बरते जाने से व्यापारियों ने राहत महसूस की है।
केंद्र सरकार ने खाद्य तेलों की स्टाक लिमिट 250 कुंतल निर्धारित की
फिलहाल खाद्य तेलों की कीमतें स्थिर हैं। हाल के दिनों में दामों में उतार-चढ़ाव नहीं हुआ है। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा खाद्य तेलों की स्टाक लिमिट 250 कुंतल निर्धारित कर दी है। इससे सरसों का तेल, रिफाइंड, पामोलीन, वनस्पति और मूंगफली का तेल 250 कुंतल से ज्यादा बड़े कारोबारी भी नहीं रख सकते हैं। शासन ने स्टाक लिमिट से ज्यादा माल रखने वाले कारोबारियों के यहां छापेमारी करने के निर्देश प्रशासन के अफसरों को दिए थे। इसके मद्देनजर पिछले दिनों कारोबारी अपने गोदाम खाली करने लगे थे।
खाद्य तेलों की कीमतें स्थिर
सरसों के तेल का थोक मूल्य 2800 रुपये 15 किलो टिन, रिफाइंड का दाम 2150 रुपये 15 लीटर टिन और पामोलीन का रेट 2000 रुपये 15 किलो का टिन है। फुटकर में सरसों के तेल का दाम 185 रुपये लीटर, रिफाइंड की कीमत 155 रुपये लीटर और पामोलीन का दाम 135 रुपये है। वहीं, वनस्पति का थोक रेट 1900 रुपये 15 किलो टिन है।
बोले, इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल अध्यक्ष
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि खाद्य तेलों की स्टाक लिमिट के मसले पर फिलहाल प्रशासन द्वारा ढील दी गई है। इसकी वजह से व्यापारियों द्वारा भरपूर माल भी मंगाया जा रहा है और बिक्री भी अच्छी हो रही है।