महाराष्ट्र में ATM काटकर 28 लाख रुपये चुराने वाले कौशांबी के दो अपराधियों को STF ने दबोचा
पांच सितंबर की रात महाराष्ट्र के ठाणे जनपद में कल्याण इलाके में आइसीआइसीआइ बैंक का एटीएम गैस कटकर से काटकर 28 लाख रुपये की चोरी की वारदात की गई थी। अपराधियों के बारे में महाराष्ट्र पुलिस को पता चला कि वे यूपी में कौशांबी जनपद के रहने वाले हैं
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। महाराष्ट्र के ठाणे जनपद में निजी बैंक का एटीएम काटकर 28 लाख रुपये चुराने वाले दो अपराधियों को एसटीएफ प्रयागराज यूनिट ने गिरफ्तार कर लिया है। वे दोनों कौशांबी जनपद में सराय अकिल इलाके में रहने वाले हैं। एसटीएफ ने उन दोनों को शहर के खुल्दाबाद इलाके में पकड़कर 3.20 लाख रुपये और चांदी बरामद की है।
यूपी एसटीएफ से मांगी थी महाराष्ट्र पुलिस ने मदद
एसटीएफ के सीओ नवेन्दु कुमार ने बताया कि पांच सितंबर की रात महाराष्ट्र के ठाणे जनपद में कल्याण इलाके में आइसीआइसीआइ बैंक का एटीएम गैस कटकर से काटकर 28 लाख रुपये की चोरी की वारदात की गई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के बारे में महाराष्ट्र पुलिस को पता चला कि वे उत्तर प्रदेश में कौशांबी जनपद के रहने वाले हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने सहयोग मांगा तो यूपी एसटीएफ की प्रयागराज इकाई को एटीएम से रकम चुराकर भागे अपराधियों की तलाश में लगाया गया था।
बस के इंतजार में थे तभी दबोचा एसटीएफ ने
एसटीएफ की टीम को खबर मिली कि महाराष्ट्र में चोरी के बाद भागकर कौशांबी आने वाले अपराधी कहीं जाने के इरादे से खुल्दाबाद के जोगीवीर तिराहे पर बस के इंतजार में खड़े हैं। एसटीएफ ने वहां घेराबंदी की और दो लोगों को पकड़ लिया। उनके कब्जे से दो बैग मिले। तलाश में बैग से तीन लाख 20 हजार रुपये, करीब डेढ किलो चांदी के दो कमर बंद, दो मोबाइल फोन बरामद हुए। यही दोनों बैग उन दोनों ने एटीएम काटकर पैसा भरने में इस्तेमाल किया था जो सीसीटीवी फुटेज में भी दिखा था।
यूपी और दिल्ली में कर चुके कई वारदात
गिरफ्तार अभियुक्तों में सुरेश उर्फ राजू कौशांबी में सराय अकिल के कटैया गांव तथा साजन निषाद दिया उपरहार गांव का रहने वाला है। पुलिस यह जानकर सन्न रह गई कि दिनों ने इस घटना से पहले यूपी के सीतापुर, कौशांबी, हरदोई, लखीमपुर खीरी और दिल्ली के द्वारिका समेत कई जगहों पर एटीएम काटकर नकदी चोरी की वारदात की है। 2019 में वे दोनों सीतापुर में एटीएम काटकर चोरी करते वक्त पकडे गए तो जेल भेजे गए लेकिन छूटने पर फिर इसी कारगुजारी में लग गए।