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दो साल बाद मिली सब इंस्पेक्टर से लूटी गई सरकारी पिस्टल, STF ने प्रतापगढ़ में किया लुटेरे को गिरफ्तार

दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ ने उसे प्रतापगढ़ के महेशगंज इलाके में दबोचने के साथ ही लूटी गई पिस्टल और मैगजीन भी बरामद कर ली है। घटना में शामिल उसका एक साथी पहले से दूसरे मामले में जेल में बंद है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 07:46 PM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 08:38 PM (IST)
दो साल बाद मिली सब इंस्पेक्टर से लूटी गई सरकारी पिस्टल, STF ने प्रतापगढ़ में किया लुटेरे को गिरफ्तार
सब इंस्पेक्टर से पिस्टल लूटने की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया

प्रयागराज, जेएनएन। तकरीबन सवा दो साल पहले वर्ष 2019 में प्रतापगढ़ में ट्रेनी सब इंस्पेक्टर से पिस्टल लूटने की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ ने उसे प्रतापगढ़ के महेशगंज इलाके में दबोचने के साथ ही लूटी गई पिस्टल और मैगजीन भी बरामद कर ली है। घटना में शामिल उसका एक साथी कत्ल के मामले में जेठवारा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। 

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सुनसान में रोक लिया था दरोगा को

यह घटना पांच मई 2019 की है। तब उन्नाव पीटीएस से ट्रेनिंग हासिल कर रहे सब इंस्पेक्टर राम बहादुर सिहं प्रतापगढ़ के महेशगंज थाने में तैनात थे। पांच मई की शाम वह बाइक पर बावर्दी जा रहे थे तभी कुंडा जेठवारा मार्ग पर संसारीपुर मोड़ से पहले मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने रोका और सरकारी पिस्टल लूट ली। तब से पुलिस और एसटीएफ उन लुटेरों की तलाश में भटक रही थी। डीएसपी एसटीएफ नावेंदु कुमार के मुताबिक, एसटीएफ फील्ड यूनिट प्रयागराज के सब इंस्पेक्टर वेद प्रकाश पांडेय को खबर मिली कि पिस्टल लूटने वाला एक अपराधी उसे लेकर महेशगंज इलाके में कहीं जा रहा है। टीम ने वहां घेराबंदी की और सोमवार शाम लुटेरे को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से पिस्टल और मैग्जीन मिल गई। मैग्जीन में कारतूस नहीं थे। पकड़ा गया अपराधी विशाल पासी प्रतापगढ़ में लालगंज इलाके के पारस नगर का रहने वाला है। 

पंचायत चुनाव में धमकाने में करने वाले थे इस्तेमाल

पूछताछ में विशाल ने बताया कि उसने यह वारदात अपने साथी महेशगंज में सराय खान देव गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद मुस्तफा के साथ मिलकर की थी। लूटने के बाद से उसने पिस्टल को एक स्थान पर छिपाकर रखा था क्योंकि पुलिस टीम लगातार धरपकड़ कर रही थी। बाद में उन दोनों ने पिस्टल से कई बार शौकिया फायर किए थे। इसी वजह से 10 कारतूस खत्म हो गए। अब वह इस पिस्टल को पंचायत चुनाव में इस्तेमाल के लिए डेरवा कुंडा मोड़ पर एक शख्स को बेचने जा रहा था। दूसरा  लुटेरा मुस्तफा पहले से ही कत्ल की एक घटना में जेठवारा थाने की पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।


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