बच्चों के इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, बनेगा अत्याधुनिक अस्पताल Prayagraj News
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में अत्याधुनिक अस्पताल दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। इससे आसपास के जिलों से आने वाले बीमार बच्चों का बेहतर इलाज हो सकेगा।
By Edited By: Published: Sun, 11 Aug 2019 08:12 PM (IST)Updated: Mon, 12 Aug 2019 01:08 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनए। शहर में बच्चों के इलाज को लेकर राहतभरी खबर है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय परिसर में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त चिल्ड्रेन अस्पताल खुलने जा रहा है। शुभ मुहूर्त में अस्पताल के लिए रविवार को भूमि पूजन हो चुका है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने फावड़ा चलाकर इसकी नींव रखी। 11 अगस्त 2021 तक यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा।
वर्तमान चिल्ड्रेन अस्पताल का दयनीय हाल
सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल वर्तमान समय में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है। अस्पताल की हालत खराब है। एक बेड पर चार से पांच बच्चों को भर्ती किया जाता है। वहीं अस्पताल मेडिकल कॉलेज से करीब तीन किमी दूर है। इससे अभिभावकों को तमाम दिक्कतें आती हैं। समस्या को देखते हुए अब एसआरएन अस्पताल परिसर में मार्डन सुपर स्पेशियलिटी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्यदायी संस्था यूपी सिडको द्वारा किया जाएगा।
जनपद के लिए यह अस्पताल बड़ी सौगात है : प्राचार्य एसपी सिंह
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जनपद के लिए यह अस्पताल बड़ी सौगात है। इससे न सिर्फ शहर के लोगों को बल्कि आसपास के जिलों से आने वाले बीमार बच्चों का बेहतर इलाज हो सकेगा।
दो साल में अस्पताल तैयार हो जाएगा : महेश
निर्माण करने वाली एजेंसी आर क्यूब इंफ्राटेक के चेयरमैन महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दो साल में हास्पिटल तैयार हो जाएगा। भूमि पूजन के दौरान एसआरएन अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. एसबी यादव, महेशचंद्र श्रीवास्तव, डॉ. कमलेश सोनकर, डॉ. अनुभा श्रीवास्तव, डॉ. मुकेशवीर आदि मौजूद रहे।
यह सुविधाएं होंगी
- 300 बेड व छह मंजिला होगा अस्पताल
- बच्चों के इलाज के लिए खुली रहेगी 24 घंटे ओपीडी
-12 अत्याधुनिक पैथालॉजी
- माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर
- ऑटोमेटिक वेंटीलेटर व मार्डन ओपीडी
- माड्यूलर किचन, लांड्री व माडर्न कैंटीन
- सेंट्रलाइज्ड एसी।
वर्तमान चिल्ड्रेन अस्पताल का दयनीय हाल
सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल वर्तमान समय में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है। अस्पताल की हालत खराब है। एक बेड पर चार से पांच बच्चों को भर्ती किया जाता है। वहीं अस्पताल मेडिकल कॉलेज से करीब तीन किमी दूर है। इससे अभिभावकों को तमाम दिक्कतें आती हैं। समस्या को देखते हुए अब एसआरएन अस्पताल परिसर में मार्डन सुपर स्पेशियलिटी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्यदायी संस्था यूपी सिडको द्वारा किया जाएगा।
जनपद के लिए यह अस्पताल बड़ी सौगात है : प्राचार्य एसपी सिंह
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जनपद के लिए यह अस्पताल बड़ी सौगात है। इससे न सिर्फ शहर के लोगों को बल्कि आसपास के जिलों से आने वाले बीमार बच्चों का बेहतर इलाज हो सकेगा।
दो साल में अस्पताल तैयार हो जाएगा : महेश
निर्माण करने वाली एजेंसी आर क्यूब इंफ्राटेक के चेयरमैन महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दो साल में हास्पिटल तैयार हो जाएगा। भूमि पूजन के दौरान एसआरएन अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. एसबी यादव, महेशचंद्र श्रीवास्तव, डॉ. कमलेश सोनकर, डॉ. अनुभा श्रीवास्तव, डॉ. मुकेशवीर आदि मौजूद रहे।
यह सुविधाएं होंगी
- 300 बेड व छह मंजिला होगा अस्पताल
- बच्चों के इलाज के लिए खुली रहेगी 24 घंटे ओपीडी
-12 अत्याधुनिक पैथालॉजी
- माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर
- ऑटोमेटिक वेंटीलेटर व मार्डन ओपीडी
- माड्यूलर किचन, लांड्री व माडर्न कैंटीन
- सेंट्रलाइज्ड एसी।
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