डिप्टी सीएम की रिक्त सीट को जीतकर सपा ने दिया था करारा झटका
समाजवादी पार्टी ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की रिक्त्ा फूलपुर संसदीय सीट को जीतकर करारा झटका दिया।
प्रयागराज : वर्ष 2014 से जीत के रथ पर सवार भाजपा को साल 2018 की शुरूआत में ही करारा झटका लगा। उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के इस्तीफे से रिक्त हुई फूलपुर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने जीत का झंडा तान दिया। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नागेंद्र पटेल भाजपा के कौशलेंद्र पटेल को हराकर पूरे प्रदेश में सुर्खियों में आ गए थे।
इस उपचुनाव की गूंज जिले की सियासत में अभी तक सुनाई दे रही है। इसकी भरपाई के लिए उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य सारी राजनीतिक ताकत लगा रहे हैं। जिले की राजनीति में यह पहला उलटफेर था तो दूसरा उलटफेर जिला पंचायत में देखने को मिला। यहां सपा तथा बसपा से आकर भाजपा का दामन थामने वाली जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह और पूर्व जिपं अध्यक्ष केसरी देवी फिर टकरा गईं। दोनों ही भाजपा में थीं और दोनों के पक्ष में दो गुट। बावजूद इसके रेखा सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया और वह (रेखा सिंह) महज दो मतों से अपनी कुर्सी गंवा बैठीं।
राज्य सरकार ने केशरी को सौंपी नपं की कुर्सी
इसके बाद राज्य सरकार ने केसरी देवी को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी सौंप दी, लेकिन बगैर चुनाव सरकार के इस फैसले को कोर्ट ने खारिज कर दिया। आखिरकार केसरी देवी को पद छोडऩा पड़ा और अब जिले में दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच एक और मुकाबला देखने की चर्चा है। यह तो रही राजनीतिक लड़ाई।
केपी ट्रस्ट चुनाव में शक्ति प्रदर्शन
वर्ष के अंतिम दौर में शिक्षा को समर्पित एशिया के सबसे बड़े ट्रस्ट कहलाने वाले केपी ट्रस्ट का चुनाव भी देखने को मिला। यहां निवर्तमान अध्यक्ष चौधरी राघवेंद्र सिंह की बजाय उनके भाई जितेंद्रनाथ सिंह अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उतरे। उन्होंने एकतरफा मुकाबले में आसानी से जीत हासिल कर ली। कुल आठ प्रत्याशी थे, लेकिन जितेंद्र नाथ सब पर भारी पड़े।