खेलकूद प्रतियोगिता के वॉलीबाल में दक्षिण मध्य क्षेत्र की टीम चैंपियन Prayagraj News
अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान की 32वीं खेलकूद प्रतियोगिता के तहत वॉलीबाल और योगासन की प्रतियोगिताएं हुईं। प्रतियोगिताओं में देश भर से आए छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
प्रयागराज, जेएनएन। ज्वाला देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस में आयोजित विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान की 32वीं खेलकूद प्रतियोगिता में देश भर से आए खिलाड़ी दमखम दिखा रहे हैं। इसी क्रम में बालिकाओं की अंडर-17 वॉलीबाल प्रतियोगिता में दक्षिण मध्य क्षेत्र (कर्नाटक) ने पश्चिम क्षेत्र (महाराष्ट्र) को हराकर खिताब जीत लिया।
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान की प्रतियोगिता में नौ टीम शामिल
वॉलीबाल प्रतियोगिता में देशभर से नौ टीमों ने प्रतिभाग किया। सेमीफाइनल में चार टीमें दक्षिण मध्य क्षेत्र (कर्नाटक), दक्षिण क्षेत्र (केरल), पश्चिम क्षेत्र (महाराष्ट्र) और पूर्वी क्षेत्र (यूपी) पहुंची। फाइनल मुकाबला दक्षिण मध्य क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र के बीच मुकाबला हुआ था। इनमें विजेता बनने का गौरव दक्षिण मध्य क्षेत्र को हासिल हुआ। पश्चिमी क्षेत्र द्वितीय और दक्षिणी क्षेत्र की टीम तृतीय स्थान पर रही।
योगासन प्रतियोगिताओं में भी दिखा उत्साह
इसके बाद योगासन की प्रतियोगिता हुई। इसमें देश के सभी क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिताएं 50 निर्णायक व उच्च पदाधिकारियों की देखरेख में संपन्न हुई। इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र, विद्या भारती के संगठन मंत्री डॉ. राम मनोहर, क्षेत्रीय शारीरिक प्रमुख जगदीश सिंह, क्षेत्रीय शिशु वाटिका प्रमुख विद्या भारती काशी प्रांत के प्रदेश निरीक्षक राम जी सिंह, शरद गुप्त, युगल किशोर मिश्र, सुमंत पांडेय, बांके विहारी पांडेय, सतीश सिंह, विक्रम बहादुर आदि थे।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में अश्वनी और नूर सबा अव्वल
सीएमपी डिग्री कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग की ओर से हिंदुस्तानी अकादमी में 'अनुच्छेद 370 और 35ए की प्रासंगिकता' विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। उद्घाटन सीएमपी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉॅ. बृजेश कुमार ने किया। प्रतियोगिता में पक्ष में बोलने वालों में अश्वनी कुमार को प्रथम, अमीर खान को द्वितीय और सत्य प्रिय द्विवेदी को तृतीय स्थान मिला। वहीं, विपक्ष में नूर सबा अंसारी, आकर्षिका और श्रुति को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान मिला। निर्णायक मंडल में इविवि के हिंदी विभाग के डॉ. सुनील विक्रम सिंह, रणविजय सिंह, नागेंद्र सिंह शामिल रहे।